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India vs West Indies, Hardik Pandya : भारतीय टीम फिलहाल वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज खेल रही है. टीम इंडिया ने इससे पहले टेस्ट और वनडे सीरीज जीती. अब टी20 सीरीज में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं. इस बीच एक दिग्गज खिलाड़ी ने हार्दिक पांड्या पर बड़ा बयान दिया है.
सोशल मीडिया पर हुई आलोचनावेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के तीसरे मैच के बाद हार्दिक पांड्या की काफी आलोचना हुई, जब उन्होंने युवा खिलाड़ी तिलक वर्मा (Tilak Varma) को अर्धशतक बनाने का मौका नहीं दिया. जब वर्मा 49 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब स्ट्राइक पर मौजूद पांड्या ने छक्का लगाकर मैच खत्म किया और भारत को जीत दिला दी. सोशल मीडिया पर पांड्या को इसके लिए ‘स्वार्थी’ तक कहा गया.
दिग्गज खिलाड़ी का बड़ा बयान
भारत की संभावनाओं का विश्लेषण करते हुए पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने तिलक वर्मा के मामले पर अपनी राय रखते हुए दिग्गज एमएस धोनी का संदर्भ लिया. आकाश ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘यह एक दिलचस्प बात है. हार्दिक को बहुत ट्रोल किया गया है और उनकी आलोचना की गई है लेकिन एक और बात है जो कहती है कि आप टी20 क्रिकेट में मील के पत्थर के बारे में क्यों बात कर रहे हैं? मुझे याद है कि एक बार एमएस धोनी ने फॉरवर्ड डिफेंसिव शॉट खेला था क्योंकि दूसरे छोर पर विराट कोहली थे. वह चाहते थे कि वह (विराट) इसे खत्म करें, वह लाइमलाइट नहीं लेना चाहते थे. हार्दिक को धोनी बनने की जरूरत नहीं है, भले ही वह उन्हें अपना आदर्श मानते हों.’
वर्ल्ड कप मैच को किया याद
तीसरे टी20 के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने पूर्व कप्तान धोनी का जिक्र किया, जब खिलाड़ियों के लिए उन्होंने निस्वार्थ भाव दिखाया. एक उदाहरण जो अक्सर दिया जाता है, वह भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2014 टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल था जहां धोनी और विराट कोहली क्रीज पर थे. जब भारत को मैच जीतने के लिए 7 गेंदों पर केवल 1 रन की जरूरत थी, तब धोनी एक गेंद का सामना कर रहे थे. उन्होंने गेंद का बचाव किया और कोहली को स्ट्राइक पर लाए. कोहली उस समय 42 गेंदों पर 67 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे. धोनी ने कोहली को इशारा करते हुए कहा, ‘आप इसे खत्म करें’. यूजर्स ने फैंस का दिल जीत लिया और उनके दिलों में अपनी जगह पक्की कर ली.
चोपड़ा ने की तारीफ
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, ‘तिलक वर्मा बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने अपनी पहली तीन अंतरराष्ट्रीय पारियों में 30 प्लस स्कोर किया और वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय भी हैं. उन्होंने अपने पिछले मैचों में एक अर्धशतक बनाया था और इस बार भी एक अर्धशतक के करीब थे, वास्तव में, यह फिफ्टी पूरी होनी चाहिए थी. उनका स्वभाव अच्छा है, उनकी रेंज अच्छी है, वह पहले आक्रामक था और फिर सूर्यकुमार के साथ दूसरी भूमिका निभाकर खुश दिखे.’

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