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शाश्वत सिंह/झांसी: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग ज्यादा बीमार पड़ने लगे हैं. लंबे समय तक एक ऑफिस में एक ही पोजिशन में काम करने की वजह से मांसपेशियों में खिंचाव और हड्डी में दर्द की शिकायत अक्सर लोग करते हैं. इन सबके इलाज के लिए एक फिजियोथेरेपिस्ट की जरुरत होती है. फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में युवा अच्छा करियर बना सकते हैं. इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए सरकारी से लेकर निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के कई अवसर उपलब्ध हैं.बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में फिजियोथेरेपी विभाग के समन्वयक डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि फिजियोथेरेपी मेडिकल का ही एक हिस्सा है. इस कोर्स को करने वाला छात्र मुख्य रुप से शरीर के बाहरी हिस्सों का इलाज करते हैं. हड्डियों या मांसपेशियों में लगी चोट का इलाज करने का काम फिजियोथेरेपिस्ट करता है. उन्होंने कहा की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द को ठीक करने के लिए डॉक्टर दवा के साथ ही फिजियोथेरेपी कराने के लिए भी कहता है. इसके तहत मसाज, एक्सरसाइज या इलेक्ट्रोथेरेपी के जरिए रोगी का इलाज किया जाता है.बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में एडमिशन शुरूबुंदेलखंड विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी का कोर्स चलता है. इसमें एडमिशन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दिया जाता है. साइंस विषय से 12वीं पास करने वाला छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. कुल 40 सीटों पर एडमिशन दिया जाता है. 4.5 साल के कोर्स की फीस 52 हजार रुपए प्रति वर्ष है. प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अभ्यर्थी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.bujhansi.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.फिजियोथेरेपी के बाद इन क्षेत्रों में कर सकते हैं नौकरीफिजियोथेरेपी का कोर्स करने के बाद युवा सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में नौकरी कर सकते हैं. नर्सिंग होम और क्लीनिक में भी उनके लिए अवसर होते हैं. स्पोर्ट्स इंजरी और रिहैबिलिटेशन सेंटर में भी नौकरी मिल सकती है. इसके साथ ही अलग-अलग स्पोर्ट्स की टीमों और आईपीएल जैसे बड़े आयोजन में हिस्सा ले रही टीम के फिजियोथेरेपिस्ट बनकर भी आप काम कर सकते हैं. इसके साथ ही पीएचडी करके कॉलेज में बतौर शिक्षक भी नौकरी पा सकते हैं.FIRST PUBLISHED : May 5, 2024, 22:37 IST

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