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आजकल की दौड़-भाग और तनाव भरी जिंदगी में अक्सर लोग खुद को अकेलापन में पाते हैं. अकेलेपन की यह दशा उनकी स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है और इसमें भूलने की बीमारी भी शामिल हो सकती है. एक अध्ययन में पता चला है कि जो लोग अकेले रहते हैं, उनमें स्मृति भ्रम का खतरा अधिक हो सकता है. यानी ऐसे लोग न केवल अपनी दवाई समय पर लेना भूल सकते हैं, बल्कि कई अन्य जरूरी बातें भी उन्हें याद नहीं रह पाते.
अध्ययन जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित हुआ है. इसमें शोधकर्ताओं ने 76 लोगों से बात की. यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन फ्रांसिस्को (यूसीएसएफ) इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड एजिंग की ऐलेना पोर्टाकोलोन ने कहा कि ये निष्कर्ष हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर प्रहार है, जो सभी को घरेलू देखभाल देने में विफल है.क्या है इस समस्या का समाधानइस समस्या का समाधान बढ़ती उम्र में सामाजिक संबंध बनाए रखने में हो सकता है, साथ ही आत्म-संज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने में भी. योग, ध्यान, और प्राणायाम जैसी तकनीक भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं. इसके अलावा, दैनिक शारीरिक गतिविधियों का सही समय पर सही मात्रा में करना भी मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है.
अकेलेपन को कैसे दूर करें?
समाज में एक्टिव रहें: सामाजिक संबंध बनाने और बढ़ाने के लिए समाज में एक्टिव रहें. आपकी रुचियां और प्रिय गतिविधियां आपको विशेष संगठनों और समूहों में शामिल होने का मौका दे सकती हैं.
व्यायाम और स्वास्थ्य: नियमित व्यायाम करने से शरीर में अच्छे हार्मोन उत्पन्न होते हैं जिनसे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है. स्वस्थ आहार खाना भी मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है.
दोस्त: अपने दोस्तों के साथ समय बिताने से आपका मन मनोरंजन मिलता है और अकेलेपन कम होता है. वे आपकी खुशियों और दुखों को शेयर करने में मदद कर सकते हैं.
नई चीजें सीखें: नई चीजों को सीखने और खुद को विकसित करने में समय बिताना अकेलेपन को दूर करने में मदद कर सकता है.
योग और ध्यान: योग और ध्यान के अभ्यास से आपका मानसिक स्वास्थ्य सुधर सकता है और आत्म-चिंतन का समय मिल सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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