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सौरभ वर्मा/रायबरेली: अभी तक आपने खाने के शौकीन, घूमने के शौकीन, पढ़ने के शौकीन लोगों के बारे में सुना होगा. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्सियत से रूबरू कराएंगे, जिनका अपना एक अलग ही अनोखा शौक है. उनके शौक के बारे में जानकर आपको भी बड़ी हैरानी होगी. साथ ही उनकी प्रशंसा करने को मजबूर हो जाएंगे क्योंकि इनका शौक ही कुछ ऐसा है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं रायबरेली जिले के शिवगढ़ कस्बे के रहने वाले अजय कुमार की, जो औषधि पौधों के बड़े ही शौकीन हैं. इसलिए उन्होंने अपने घर की क्यारी व छज्जे पर रखे गमलों में फूल पत्तियों की जगह औषधि पौधों को लगा रखा है. उनके यहां आपको विभिन्न प्रकार के औषधि पौधे देखने को मिलेंगे. जिन्हें देखकर आप उनके इस शौक की बड़ी प्रशंसा करेंगे. क्योंकि, यह औषधि पौधे हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं. साथ ही हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाने में भी कारगर होते हैं.

बीमारी ने औषधीय पौधों का बनाया शौकीन

अजय कुमार ने बताया की उन्हें यह शौक यूं ही नहीं लगा, इसके पीछे भी बड़ी रोचक कहानी है. वह बताते हैं कि वर्ष 2002 में उन्हें पीलिया की बीमारी हो गई, जिसका उन्होंने काफी इलाज कराया लेकिन उन्हें लाभ नहीं हुआ. तो एक दिन वह शिवगढ़ कस्बे में रहने वाले आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. गिरिजा शंकर मिश्र के पास गए तो उन्होंने हमें औषधि पौधों के बारे में जानकारी दी और पीलिया की बीमारी के लिए पुनर्नवा के बारे में बताया. उसका उपयोग करने से मेरा शरीर स्वस्थ हो गया. तब से मुझे औषधि पौधों से बड़ा ही लगाव हो गया. इसीलिए मैंने अपने घर की क्यारी के साथ गमलों में भी औषधीय पौधे लगा रखे हैं.

विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे

उनके घर के बाहर बनी क्यारी के साथ ही घर के छज्जे पर रखे गमलों में तीन दर्जन से अधिक विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे अश्वगंधा,इन्सुलिन, पत्थर चट्टा,मकोय,अतिबला,गिलोय,तुलसी,एलोवेरा,सुदर्शन सहित कई औषधीय पौधे लगा रखे हैं. इन औषधीय पौधों का आज आयुर्वेदिक और सिद्ध दवाओं में बहुत उपयोग किया जाता है.
.Tags: Local18, Rae Bareli NewsFIRST PUBLISHED : January 31, 2024, 14:59 IST

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