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रिपोर्ट- कृष्णा द्विवेदी

बस्ती. स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर शौचालय और पंचायत स्तर पर सामुदायिक शौचालय बनाना केंद्र की मोदी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन कुछ ऐसे जनप्रतिनिधि और अधिकारी हैं जो उसमें भी कारनामा दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं. दरअसल बजट आया और शौचालय बनकर तैयार हो गए, लेकिन उसमें न तो पानी का कनेक्शन दिया गया और न ही शौचालय से निकलने वाले मल मूत्र और गन्दे पानी के निकासी की कोई व्यवस्था की गई. इस वजह से शौचालय से निकलने वाला पानी और मल मूत्र आसपास ही बिखरा रहता है, जो कि संक्रामक बीमारियों को न्योता दे रहा है.

बस्‍ती में शौचालय से निकलने वाले पानी और मल मूत्र के डंपिंग के लिए सोखता न बनाने के कारण पानी आसपास के क्षेत्र में ही फैला रहता है. इस वजह से आसपास के लोगों का रहना दुश्वार हो रहा है. साथ ही शौचालय से निकलने वाले मल-मूत्र की वजह से कई प्रकार की बीमारियों का भी खतरा बढ़ गया है.

60 फीसदी शौचालय हैं मानक विहीनबस्‍ती जनपद में लगभग 60 फीसदी से अधिक शौचालय मानक विहीन हैं, जहां पर न तो टोटी का कनेक्शन है और न ही मल मूत्र के डंपिग की कोई व्यवस्था. ऐसा लगता है कि स्‍वच्‍द भारत मिशन के नाम पर खानापूर्ति की गई है.

साउघाट विकास खण्ड के ग्राम धमौरा निवासी राधा देवी ने बताया कि उनका घर सामुदायिक शौचालय के बगल में ही है और शौचालय से निकलने वाले मल मूत्र की वजह से रोड़ पर चलना भी दुश्वार हो गया है. इसके पास से गुजरने पर तेज दुर्गंध आती है. हम लोग यहां आसपास ही रहते हैं तो हमें रोज इस समस्या से जूझना पड़ रहा है.

मुख्य विकास अधिकारी ने कही ये बात सीडीओ बस्ती राजेश प्रजापति ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. जल्द ही इसकी जांच करवाई जाएगी. साथ ही कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Swachh Bharat Mission, ToiletFIRST PUBLISHED : January 27, 2023, 13:19 IST

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