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रिपोर्ट – अंश कुमार माथुर
बरेली. ठंड के अहसास के साथ ही रज़ाई गद्दों की कीमतें आम लोगों के पसीने निकाल रही हैं. इस बार कपास (रूई) के दामों में तेज़ी है. महंगी रूई, लिहाफ समेत मज़दूरी के दाम बढ़ने से रज़ाई गद्दे बनवाना कठिन हो रहा है. पिछले साल बाज़ार में जहां रज़ाई की कीमत 800 से 1000 रुपये तक थी. इस बार दाम 1200 से 1500 तक पहुंच चुके हैं. खादी ग्राम उद्योग की रज़ाई और भी अधिक दाम पर बिक रही है. इस बार बाज़ार में फाइबर रूई की कीमत ₹240 और मिक्स रूई की कीमत ₹180 किलो पर पहुंच गई है. मिक्स रूई की एक वैरायटी और है जो ₹120 किलो में भी मिल रही है.
रूई की धुनाई मशीन चलाने वाले नासिर बताते हैं कि मशीन चलाने के लिए इंजन के डीज़ल का खर्चा काटने के बाद शाम तक हर मज़दूर को बमुश्किल डेढ़ सौ से दो सौ रुपए प्रति रज़ाई, गद्दा मिल पा रहा है. सिंगल और डबल बेड की रज़ाई में पड़ने वाली रूई के दाम अलग-अलग हैं. फाइबर हॉट रूई ₹140 में, सायर कपास ₹180 में, लाल रूई ₹60 में, रज़ाई का खोल ₹200 से ₹350 तक, गद्दे का खोल 200 से ₹500 तक, डबल बेड रज़ाई का खोल 200 से ₹750 तक, गद्दा 1000 से ₹1800 तक है. रेडीमेड रज़ाई गद्दों की बात करेंं तो ₹2000 से ₹3000 तक कीमतें हैं. इस बार सभी रूई और खोल की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले ₹100 तो किसी में ₹150 तक की बढ़ोत्तरी हुई है.
पंजाब, हरियाणा से आई कपास

नासिर ने बताया कि बरेली में कपास की खेती नहीं होती, जिसके चलते पंजाब और हरियाणा से बड़े स्तर पर कपास मंगाई जाती है. इस वजह से माल ढुलाई से लेकर बरेली पहुंचने तक इस पर अच्छा खर्चा हो जाता है. इस बार यह भी पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है. वहीं रज़ाई बनाने वाले कारीगर असलम ने बताया कि एक रज़ाई में 4 से 5 किलो रूई भरी जाती है. इसमें पिनाई ₹20 प्रति किलो और रज़ाई भराई के लिए ₹60 के हिसाब से उसको मेहनताना मिलता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Bareilly news, WinterFIRST PUBLISHED : November 08, 2022, 10:48 IST

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