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निखिल त्यागी/सहारनपुर. आवारा पशुओ और जंगली जानवरों की बढ़ती तादाद किसान के लिए मुसीबत बन गया है. जंगली जानवर खेत में घुसकर किसान की फसल को चट कर जाते है. इस समस्या से बचाव के लिए किसान कई तरह की तकनीक का इस्तेमाल भी करते हैं. आपको बता दें कि एक पौधा ऐसा भी है जो आपकी फसल को जंगली जानवरों से बचा सकता है.कृषि विज्ञान अधिकारी डॉ. आई के कुशवाहा बताते हैं कि जंगली जानवरों से अपने खेतों में लगे पौधों को बचाने के लिए किसान बहुत से उपाय अपनाते हैं. ज्यादातर किसान खेत के किनारे में कपड़े लगा देते हैं और कुछ किसान तार से घेराबंदी का भी इस्तेमाल करते हैं. कुछ किसान खेतों के किनारो पर बैटरी से संचालित तारे लगा देते हैं. जिससे जानवर को झटका लगता है और वह खेत के अंदर नहीं जाता है. इस तकनीक से भी किसान की फसल जंगली जानवरों से काफी हद तक बच जाती है.हकीम के पौधे का फायदाडॉ. आई के कुशवाहा ने बताया कुछ किसान जानवरों को नुकसान पहुचाएं बिना प्राकृतिक तरीके से भी अपनी फसलों का बचाव करते हैं. किसान एक बेशर्म नाम के पौधे को अपने खेत के किनारो पर लगा देते हैं. इस पौधे को गांव में हकीम का पौधा भी कहा जाता है. इस पौधे की खास बात यह है कि जंगली जानवर हो चाहे पालतू जानवर इस पौधे की दुर्गंध से वह दूर भागते हैं. इस पौधे को अंग्रेजी में आइटामिया भी कहा जाता है. अगर इस पौधे को खेत के चारों ओर लगा दिया जाए तो जानवर इसे खाते नहीं है. इसकी दुर्गंध से ही दूर भागते हैं. जिससे आपकी फसल का नुकसान होने से बचाया जा सकता है. इस पौधे को अगर तोड़ा जाए तो इस पौधे में से दूध जैसा एक सफेद पदार्थ भी निकलता है.इसकी दुर्गंध से दूर भागते हैं जानवरकृषि विज्ञान अधिकारी के अनुसार कई बार उनके पास किसान शिकायत लेकर आते थे कि जो भी वह छोटे पौधे अपने खेत में लगाते हैं. जंगली जानवर उन पौधों को खाकर नष्ट कर देते हैं. जिसको लेकर यह तकनीक उनके छोटे पौधों को बचाने के लिए बहुत कारगर है. किसान भाई अपने छोटे पौधे के चारों ओर इस बेशर्म नाम के पौधे से घिराव कर दें.जिससे जानवर उनके पौधे को नहीं खा पाएगा और अगर कोई पौधा एक-दो साल तक सुरक्षित हो जाए तो वह बड़ा हो जाता है. तब जंगली जानवर उसको कोई नुकसान भी नहीं पहुंचा पाते हैं. इस तरह से वह पौधा बड़ा हो जाता है और फलदार हो जाता है और सुरक्षित रहता है..FIRST PUBLISHED : September 16, 2023, 21:01 IST

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