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रिपोर्ट : सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. देश और उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माणाधीन मंदिर में विराजमान होनेवाले भगवान के विग्रह को लेकर आम श्रद्धालुओं में कौतूहल बरकरार है. दरअसल भगवान राम के भव्य मंदिर में बालक स्वरूप रामलला की स्थायी मूर्ति की स्थापना होगी. इसके लिए कारसेवक पुरम में रखी हुई एक मूर्ति इस समय चर्चा का विषय है बनी हुई है.
अगर सूत्रों की मानें तो रामलला की मूर्ति दर्शन मार्ग में स्थायी मंदिर के पास रखी जाएगी, ताकि रामनगरी आनेवाले रामभक्त रामलला के बाल स्वरूप के दर्शन कर सकें. मूर्ति का स्वरूप बेहद खूबसूरत है. धनुषधारी रूप में भगवान रामलला बाल स्वरूप में हैं और कमल दल पर विराजमान हैं. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि रामलला के मंदिर में लगनेवाली मूर्ति भी कुछ इस मूर्ति से मिलती-जुलती होगी.
सवा कुंतल वजनी है मूर्ति

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय बताते हैं कि यह मूर्ति भगवान राम के प्रति राजस्थान के एक श्रद्धालु के समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक है, जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार किया. भगवान रामलला के बालक रूप की मूर्ति कमल दल पर सवार है और इस मूर्ति का वजन लगभग सवा कुंतल है. मूर्ति का वजन बर्दाश्त करने वाली मजबूत मेज बनने के बाद उस पर मूर्ति रखी जाएगी. महासचिव चंपत राय ने कहा कि भगवान राम की मूर्ति बालरूप की है और यदि बालरूप की मूर्ति कमल दल पर हो तो वह खूबसूरत लगती है. साथ ही चंपत राय ने कहा कि रामलला के भव्य मंदिर में कौन सा स्वरूप विराजमान होगा, फिलहाल यह तय नहीं हुआ है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Ramlala, UP newsFIRST PUBLISHED : November 11, 2022, 18:50 IST

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