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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: अयोध्या में एक तरफ जहां भव्य मंदिर बन रहा है तो दूसरी तरफ भगवान राम लला के नगरी की कायाकल्प भी बदल रही है. प्राचीन और धार्मिक स्थलों का प्रदेश की योगी सरकार जीर्णोद्धार कराकर उसे पर्यटन क्षेत्र के रूप में भी विकसित कर रही है. अयोध्या को उसकी गरिमा के अनुरूप विकसित किया जा रहा है.मंदिर और मूर्तियों के शहर अयोध्या में ऐसे कई प्राचीन स्थल है. जहां आज भी हजारों की संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं. लेकिन हम बात कर रहे हैं भगवान राम की जन्मस्थली से लगभग 11 किलोमीटर दूरी पर स्थित गुप्तार घाट की. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इसी घाट से भगवान राम अपने परमधाम को गए थे. आज गुप्तार घाट पर हजारों की संख्या में पर्यटक दर्शन पूजन कर और इंजॉय करते नजर आ रहे हैं.पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनेगा अयोध्याआपको बताते चलें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अयोध्या धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी जानी और पहचानी जाए. उन्हीं के मंशा के अनु रूप अयोध्या के धार्मिक स्थलों को अब पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है. चाहे वह सूर्यकुंड हो या फिर गुप्तार घाट हो अथवा राम की पैड़ी हो. इन सभी स्थलों को यात्री सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. बच्चों के खेलने के लिए पार्क बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा श्रद्धालुओं के मूलभूत सुविधा को भी विकसित किया जा रहा है.योगी राज में हुआ अयोध्या का कायाकल्पहनुमानगढ़ी के महंत राजू दास बताते हैं कि जबसे प्रदेश में योगी और देश में मोदी जी की सरकार आई है तब से अयोध्या का कायाकल्प किया जा रहा है. एक तरफ भव्य मंदिर आकार ले रहा है तो दूसरी तरफ अयोध्या के पौराणिक स्थलों का जीर्णोद्धार हो रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अयोध्या त्रेता के रूप में स्थापित हो . उनकी मंशा के अनुरूप यहां पर हजारों करोड़ों रुपए की योजनाएं परवान चढ़ा रही है. गुप्तार घाट का जो दृश्य है आज देखने लायक है दूर-दूर से लोग गुप्तार घाट का नजारा देख मंत्रमुग्ध भी हो जाते हैं..FIRST PUBLISHED : August 03, 2023, 18:28 IST

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