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अमेठी .यूपी के अमेठी में चर्चा में आई आरिफ और सारस की दोस्ती आखिरकार टूट गई. सोशल मीडिया की सुर्खियां बने आरिफ के घर पहुंची वन विभाग की टीम ने सारस को अपने कब्जे में लिया और उसे समसपुर पक्षी विहार रायबरेली लेकर चली गई. सारस के जाने के बाद पूरा परिवार दुखी है. वहीं आरिफ इतने दुखी है की कैमरे पर बोलने के लिए तैयार नहीं है. परिजनों का कहना कि सारस से बेटे जैसा लगाव था .अब वह टूट गया है हम सबको इतना दुख है कि हम सब दर्द को बयां नहीं कर सकते.दरअसल, पूरा मामला जामो विकासखंड के जोधपुर मडंका गांव का है. जहां के रहने वाले 20 सालके आरिफ के साथ प्रदेश का राजकीय पक्षी सारस दोस्त बन कर रहता था. गौरतलब है की घायल अवस्था के दौरान आरिफ़ ने सारस का उपचार किया था. जिसके बाद जंगल में जाने के बजाय सारस एक साल से आरिफ़ के साथ दोस्त बनकर रहता था. 2 माह पूर्व सुर्खियों में आए सारस और आरिफ की दोस्ती आखिरकार को वन विभाग की टीम ने तोड दिया. आज वन विभाग की टीम ने वन संरक्षक सुनील चौधरी के निर्देश पर गांव पहुंचकर सारस को अपने कब्जे में ले लिया. सारस को आरिफ से जुदा करने के साथ-साथ यहां सारस की सुरक्षा का हवाला देते हुए वन विभाग की टीम उसे अपने साथ ले गई. सारस के जाने के बाद आरिफ के साथ पूरा परिवार गम में डूबा है.अखिलेश यादव ने कसा तंजवन विभाग की टीम द्वारा सारस को ले जाने की जानकारी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हुई तो उन्होंने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है .उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम उप्र के राजकीय पक्षी सारस को तो स्वतंत्र करने के नाम पर उसकी सेवा करने वाले से दूर ले गयी, देखना है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर को दाना खिलाने वालों से स्वतंत्र करने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है.क्या कहते है परिजनआरिफ की मां फातिमा ने बताया कि सारस के जाने के बाद हमें बहुत दुख है. सारस से हमें बहुत मोहब्बत थी. वन विभाग की टीम आई है और सारस को अपने साथ लेकर चली गई. हमें बहुत ही दुख है. यहां उसे बहुत ही आराम था लेकिन पता नहीं क्या वजह थी कि सारस को वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई.वहीं सारस के दोस्त आरिफ के छोटे भाई ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा हमें बताया गया की यह राजकीय पक्षी है और इसे अपने साथ आप नहीं रख सकते. हमारी मांग है कि उसे जहां ले जाया गया है वहां भी उसी तरीके से रखा जाए जैसे वह यहां पर था.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : March 21, 2023, 23:34 IST

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