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मेरठ. लगातार कई दिनों से मेरठ में वायु प्रदूषण (Air Pollution) खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 350 है जो रेड जोन (Red Zone) में आता है. वायु प्रदूषण की वजह से लोग सांस से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद मेरठ नगर निगम की गाड़ी शहर में घूम-घूमकर पानी का छिड़काव करने में जुट गई है. शनिवार को छुट्टी की वजह से सरकारी कार्यालयों मेें जाकर भी पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
दीपावली के बाद से लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ने की खबरें आ रही हैं. समूचे एनसीआर में वायु की शुद्धता खतरनाक स्तर पर बनी हुई है. वेस्ट यूपी के अन्य ज़िलों की बात की जाए तो बागपत का एक्यूआई 348, बुलंदशहर का एक्यूआई 461, गाजियाबाद 455, हापुड़ 395 मुजफ्फरनगर का एक्यूआई शनिवार को 334 मापा गया है.
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प्रदूषण नियंत्रण विभाग एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को जीरो से 500 तक नापता है. जीरो से 50 एक्यूआई तक हवा अच्छी मानी जाती है और इसे सेहत के नजरिए से ग्रीन जोन में माना जाता है. 51 से 100 के बीच येलो जोन आता है. एक्यूआई 150 के पार होने पर ऑरेंज जोन में कहा जाता है. इसका अर्थ है कि हवा बुजुर्गों और बीमारों के लिए ठीक नहीं है.
AQI Level 300 के पार खतरनाक स्तर
एक्यूआई 151 से 200 के बीच रेड जोन में आता है. जब एक्यूआई 201 से 300 के बीच हो तो सेहत के लिए खतरा बढ़ जाता है. एक्यूआई 301 के पार जाने पर इसे सेहत की दृष्टि से हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी में माना जाता है.
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इसी को लेकर मेरठ प्रशासन ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. हवा में घुले प्रदूषण को काबू में करने के प्रयास जारी हैं.पानी की बौछारें छोड़ी जा रही हैं. नगर निगम की टीमों को प्रदूषण नियंत्रण के काम में लगा दिया गया है.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

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