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रिपोर्ट: हरिकांत शर्माआगरा: जाने अनजाने में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले शातिर कैदी भी अब मुख्यधारा में आने का प्रयास कर रहे हैं. हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए और इसी मौके के साथ अब यह जेलों में बंद कैदी हुनरमंद भी बन रहे हैं . आगरा सेंट्रल जेल के कैदी अपने हाथों की कलाकारी से भविष्य सुधारने की जुगत में लग गए हैं.आगरा के सेंट जोन्स स्थित वैश्य बोर्डिंग हाउस में खादी ग्राम उधोग की तरफ़ से मंडलीय स्तर की प्रदर्शनी लगाई जा रही है उसमें केंद्रीय कारागार के कैदियों के द्वारा बनाए गए घरेलू उपयोग के सामान प्रदर्शित किए गए .स्वावलंबी बन रहे कैदीसूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की पहल पर अब जेल नियमों में बदलाव किया गया है , जिसके कारण अब कैदी जेल में फर्नीचर , कपड़े , इलेक्ट्रॉनिक सामान और गाय के गोबर से प्रोडक्ट बनाकर पैसा कमा रहे हैं और इसे वह अपने घर में भी भेज रहे हैं. कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए तमाम चीजें बनाने के लिए ट्रेनिंग भी जेल के भीतर ही दी जा रही है. समय-समय पर कैदियों द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट की प्रदर्शनी भी लगाई जाती है जिससे लोग इनके द्वारा बनाए गए सामान को हरीश सकें और उनके हुनर को प्रोत्साहन मिल सके इसकी व्यवस्था भी सरकार करती रहती है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 14, 2023, 12:50 IST

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