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सृजित अवस्थी/पीलीभीत. वैसे तो आज के आधुनिक दौर में संस्कृत भाषा में रुचि लेने वाले लोग न के बराबर है. लेकिन बीते कुछ दिनों में लोगों का जुड़ाव फिर से पारंपरिक शिक्षा पद्धति की ओर बढ़ रहा है. लंबे अरसे से बदहाली का दंश झेल रहे पीलीभीत स्थित दुग्धेश्वर संस्कृत महाविद्यालय बीते साल से सुधरना शुरू हुई है. वहीं इस साल भी आचार्य व शास्त्री उपाधि के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं.

महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य टीपी गंगवार ने बताया शास्त्री व आचार्य की उपाधि के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. शास्त्री उपाधि के लिए प्रवेश के वे लोग पात्र हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा में संस्कृत विषय की पढ़ाई की है. वहीं आचार्य उपाधि में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी के पास शास्त्री की उपाधि होना अनिवार्य है. वहीं ये महाविद्यालय वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध है. प्रवेश व पंजीकरण समेत शास्त्री उपाधि के लिए 2500 रूपए प्रति वर्ष का शुल्क तय है वहीं आचार्य उपाधि के लिए यह शुल्क 3000 रूपए प्रति सेमेस्टर है.

ऐसे करना है आवेदनप्रवेश के लिए आवेदन के इच्छुक व्यक्तियों को ऑफलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन फ़ॉर्म महाविद्यालय परिसर में उपलब्ध है. दुग्धेश्वर संस्कृत महाविद्यालय पीलीभीत शहर में गौरीशंकर मंदिर के समीप स्थित है. वहीं आवेदक किसी भी तरह की जानकारी के लिए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य टीपी गंगवार से ‪+918273639946‬ पर संपर्क कर सकते हैं.
.Tags: Local18, Pilibhit news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 20:10 IST

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