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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में पंचक काल बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. पंचांग के मुताबिक राज पंचक आज यानी 20 नवंबर सुबह 10:07 से शुरू हुआ. जिसका समापन 24 नवंबर दिन शुक्रवार शाम 4:01 पर होगा. वैदिक ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक पंचक काल को शुभ नहीं माना जाता है. धर्म शास्त्रों के मुताबिक पांच तरह के पंचक काल होते हैं. जिसमें अग्नि पंचक चोर पंचक राज पंचक इत्यादि जब किसी पंचक की शुरुआत सोमवार के दिन से होती है तो उसे राज्य पंचक के नाम से जाना जाता है. इस दौरान ज्योतिष गणना के मुताबिक कुछ आसान उपाय करने से जीवन में तरक्की के नए मार्ग प्रशस्त होते हैं तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं.अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि ज्योतिष गणना के मुताबिक जब चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद, रेवती और शतभिषा नक्षत्र के चारों चरणों में भ्रमण करता है तो पंचक काल शुरू होता है. वैसे तो ज्योतिष में पंचक काल को बेहद अशुभ समय माना जाता है. लेकिन राज पंचक को शुभ माना गया है. राज पंचक का शुरुआत आज 20 नवंबर सुबह 10:07 पर हुआ है जो आगामी चार दिनों तक रहेगा, यानी 24 नवंबर शाम 4:01 पर समाप्त होगा. इस दौरान कई उपाय करने से कई तरह के फल की भी प्राप्ति होती है.पंचक में रखें इन बातों का ध्यानराज पंचक के दौरान संपत्ति से जुड़े काम करना बेहद शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक राज पंचक से कोई अशुभ प्रभाव नहीं होता. राज पंचक को राज सुख प्रदान करने वाला भी माना जाता है. इसके अलावा पंचक में चारपाई अथवा पलंग का निर्माण नहीं करवाना चाहिए. दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. घर की छत नहीं डालनी चाहिए, मृत आत्मा को अग्नि देते समय पांच आटे के पुतले को भी जलाना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार राज पंचक में धन-संपत्ति से जुड़े सभी काम करने बेहद शुभ माना जाता है. इसके अलावा राज पंचक में प्रॉपर्टी बेचने-खरीदने के अलावा प्रशासनिक और राजनीतिक काम करने के लिए भी अच्‍छे होते हैं. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है.नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष गणना के मुताबिक न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता.FIRST PUBLISHED : November 20, 2023, 15:20 IST

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