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रिपोर्ट- सर्वेश श्रीवास्तवअयोध्या. अयोध्या लगातार सुर्खियों में है. पहले रामजन्मभूमि विवाद, बाबरी मस्जिद का विध्वंस और अब मंदिर निर्माण. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब यहां एक और भव्य स्थल विकसित किया जा रहा है. यहां भरत की तपोस्थली को भी धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में तैयार किया जाएगा. खाका तैयार है. बस काम शुरू होने को है.

प्रभु राम की जन्मस्थली अयोध्या मठ मंदिर और मूर्तियों की वजह से विश्व विख्यात है. 22 जनवरी को राम मंदिर निर्माण और मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गयी. प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होकर दिव्य दर्शन दे रहे हैं. अब प्रदेश की योगी सरकार प्रभु भरत की तपोस्थली को भी विकसित करने की तैयारी कर रही है. इसकी शुरुआत भरत कुंड रेलवे स्टेशन से शुरू किया जा रहा है.

भरत ने यहीं रखी थीं राम की खड़ाऊअयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की तर्ज पर भरत कुंड रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा. इसके अलावा 84 कोसी परिधि में श्री राम से जुड़े स्थानों का भी सौंदरीकरण होगा. तपोस्थली के लिए लगभग 8000 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक भरत ने इसी स्थान पर 14 साल तक श्री राम की खड़ाऊ रखकर अयोध्या का राजकाज चलाया था. यही वजह है कि प्रभु राम के विराजमान होने के बाद अब भरत की तपोस्थली को भी विकसित किया जाएगा.

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8000 करोड़ का बजटभरत की तपोस्थली विकसित करने के लिए लगभग 41 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत हो चुका है. भारत कुंड रेलवे स्टेशन के साथ-साथ भरत की तपोस्थली को भी भव्य और दिव्य बनाने का काम जल्द शुरू किया. अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने जानकारी दी कि भरत की तपोस्थली के लिए अभी तक 41 करोड़ रुपए मंजूर हो चुके हैं. राजकीय निर्माण निगम इस काम को करेगा. इतना ही नहीं 84 कोसी परिधि में स्थित प्रभु राम से जुड़े प्राचीन स्थान भी विकसित किए जाएंगे.

राम के साथ भरत को भी जानेंधार्मिक के साथ-साथ प्रभु राम की नगरी अयोध्या को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है. ताकि श्रद्धालु यहां आएं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा स्थान देखने मिलें और वो सुविधा से यहां की सैर कर सकें. श्रद्धालु राम मंदिर का दर्शन पूजन करने के साथ-साथ उनके भाई भरत की तपोस्थली को भी देखें. इस वजह से प्रभु राम के जुड़े हुए स्थान को विकसित किया जा रहा है.

ऋषि मुनियों की जन्मस्थली और तपोस्थलीअयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने बताया अयोध्या में धार्मिक स्थलों के सौंदरीकरण से श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ेगी. इससे आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. 84 कोसी पर 100 से ज्यादा पौराणिक धार्मिक स्थल हैं. ऋषि मुनियों की जन्मस्थली और तपोस्थली भी है. 84 कोसी पाठ के साथ-साथ 8000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं चल रही हैं. अयोध्या के पौराणिक और आध्यात्मिक स्थलों के विकास से आम लोगों को भी इनकी जानकारी हो सकेगी.
.Tags: Ayodhya City News, Local18, Ram Mandir Ayodhya DarshanFIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 13:52 IST

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