[ad_1]

फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर आज भी सुनवाई जारी रहेगी. लखनऊ पीठ ने याचिकाकर्ता के संशोधन आवेदन को सोमवार को मंजूरी दे दी. याचिकाकर्ता ने विभिन्न बिंदुओं पर इस फिल्म पर आपत्ति जताई है. पीठ संवाद लेखक मनोज मुंतशिर को पक्षकार बनाए जाने की मांग वाले एक आवेदन पर मंगलवार को सुनवाई करेगी.

न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति श्रीप्रकाश सिंह की पीठ ने एक जनहित याचिका पर यह आदेश जारी किया है. इस फिल्म के रिलीज होने से पहले यह याचिका दायर की गई थी. फिल्म का टीजर जारी होने पर ही याच‍िका दाखिल हुई थी. 10 जनवरी 2023 को हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड को भी नोट‍िस जारी किया था. कृति सेनन, प्रभास, सैफ अली खान, देवदत्त नागे, सनी सिंह, ओम राऊत को प्रतिवादी बनाया गया था. सोमवार को आदिपुरुष के खिलाफ एक नई जनहित याचिका भी दाखिल हुई. याचिका में फिल्म के तमाम दृश्यों और संवादों को घोर आपत्तिजनक बताया गया. याचिका में सेंसर बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई दोनों याचिकाओं पर मंगलवार को हाईकोर्ट लखनऊ बेंच में होगी सुनवाई.

याचिकाकर्ता कुलदीप तिवारी ने बताया है क‍ि लखनऊ हाईकोर्ट में जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्रीप्रकाश सिंह की डिवीजन बेंच ने सेंसर बोर्ड और निर्माता निर्देशकों को झाड लगाई है. वरिष्ठ अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने कोर्ट से बहस के दौरान फ‍िल्म में दिखाए गए आपत्तिजनक तथ्यों और संवाद से माननीय न्यायालय को अवगत कराया.

वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने सेंसर बोर्ड द्वारा अभी तक जवाब न दाखिल किए जाने पर आपत्ति जताई और कोर्ट को फ़िल्म के आपत्तिजनक तथ्यों से अवगत कराया. रावण द्वारा चमगादड़ को मांस खिलाए जाने, सीता जी को बिना ब्लाउज के दिखाये जाने, काले रंग की लंका, चमगादड़ को रावण का वाहन बताए जाने, सुषेन वैद्य की जगह विभीषण की पत्नी को लक्ष्मण जी को संजीवनी देते हुए दिखाना, आपत्तिजनक संवाद और अन्य सभी तथ्यों को कोर्ट में रखा गया जिस पर कोर्ट ने सहमति जताई.
.Tags: Adipurush, Manoj MuntashirFIRST PUBLISHED : June 27, 2023, 10:15 IST

[ad_2]

Source link