[ad_1]

शाश्वत सिंह
झांसी. कोरोना वायरस से लड़ने वाली वैक्सीन जल्द ही नाक के माध्यम से भी दी जा सकेगी. वैज्ञानिकों ने नेजल स्प्रे एजिलास्टिन का आविष्कार किया है जिसका एनिमल ट्रायल पूरा हो चुका है. इसके ह्यूमन ट्रायल के लिए उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज को चुना गया है. मेडिकल कॉलेज की एथिकल कमेटी ने ट्रायल की मंजूरी दे दी है. इससे पहले कंपनी ने इस स्प्रे का ट्रायल जानवरों पर किया था. इसके सकारात्मक परिणाम आने पर ही ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी दी गई है.
शुरूआती लक्षण वाले मरिजों पर होगा ट्रायलमेडिकल कॉलेज के ट्रायल प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. जकी सिद्दीकी ने बताया कि पहली बार कोरोना वैक्सीन नेजल स्प्रे के माध्यम से दी जाएगी. इस स्प्रे का परीक्षण उन मरीजों पर किया जाएगा जिनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी. जिन मरीजों के अंदर शुरूआती लक्षण दिखाई देंगे केवल उन्हें ही यह नेजल स्प्रे दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि ज्यादातर वायरस नाक के जरिए ही लोगों के फेफड़ों तक पहुंचते हैं ऐसे में स्प्रे की मदद से कोरोना वायरस के नाक में ही नष्ट हो जाने की संभावना है. डॉ. जकी सिद्दीकी ने कहा कि जो मरीज होम क्वारंटीन में होंगे उन्हें प्राथमिकता पर यह स्प्रे दिया जायेगा. इसके लिए मरीजों और उनके परिजनों की अनुमति ली जाएगी. मरीज हर समय डॉक्टरों के संपर्क रहेंगे.
पहले भी हुए हैं ह्यूमन ट्रायलबता दें कि, इससे पहले भी झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज को एक अन्य वैक्सीन के ट्रायल के लिए भी चुना गया था. झांसी और आस-पास के जिलों के लिए यह मेडिकल कॉलेज किसी वरदान से कम नहीं है. अधिकतर बीमारियों का यहां सफलतापूर्वक इलाज होता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Corona vaccine, Corona vaccine trial, Jhansi news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : September 28, 2022, 21:00 IST

[ad_2]

Source link