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सौरव पाल/मथुरा. वृंदावन में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य बांके बिहारी के दर्शनों के लिए आते हैं. आम दिनों में ही यह संख्या हजारों की होती है और वीकेंड्स और त्योहारों के समय मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. भीड़ के भारी दबाव के कारण कई बार मंदिर में लोगों की तबियत भी खराब हो जाती है, जिसके चलते मंदिर प्रशासन द्वारा आगामी त्योहारों के मद्देनजर मंदिर में एंट्री के लिए रास्तों का निर्धारण किया गया है.

बांके बिहारी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जिसके चलते हर दिन लोगों की भारी भीड़ यहां देखने को मिलती है. साथ ही आगामी त्योहार और कार्तिक माह के चलते भीड़ का दबाव मंदिर में बढ़ता ही जा रहा है, जिसे संभलना मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. मंदिर में व्यवस्था को बनाए रखने और श्रद्धालुओं को सुविधा पूर्ण दर्शन के लिए एंट्री और एग्जिट गेट का निर्धारण किया गया है.

इन रास्तों से मिलेगी एंट्रीमंदिर में वैसे तो अंदर और बाहर जाने के लिए मुख्य 4 दरवाजे हैं, लेकिन अब श्रद्धालु को सिर्फ़ गेट नंबर दो और तीन से ही मंदिर में एंट्री मिल पाएगी. साथ ही मंदिर में एंट्री करने के लिए श्रद्धालुओं को विद्यापीठ चौराहे और राधावल्लभ मंदिर की तरफ से आने वाले रास्तों से ही एंट्री गेट तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी. मंदिर में एंट्री के बाद निकास मार्ग के किए गेट नंबर एक और चार का इस्तेमाल किया जाएगा. गेट नंबर एक से श्रद्धालु वीआईपी रोड की तरफ़ निकल पाएंगे और गेट नंबर चार से स्नेह बिहारी मंदिर की गलियों की तरफ निकल पाएंगे.

इस रास्तों पर नहीं पहन कर आ सकते जूते-चप्पलइसी के साथ भारी भीड़ के साथ जूते-चप्पलों की भी समस्या मंदिर के लिए बड़ी चुनौती है, जिससे निपटने के लिए मंदिर प्रशासन ने निःशुल्क जूता घर भी बनवाए हैं. जहां से लोगों को नंगे पैर मंदिर तक दर्शन के लिए आना पड़ेगा. श्रद्धालु इन जूता घरों पर अपने जूते उतार कर दर्शन करने जा सकते हैं. जिसमें पहला जूता घर विद्यापीठ चौराहा, दूसरा वीआईपी पार्किंग और तीसरा बारह घाट राधावल्लभ मंदिर के रास्ते से पहले बनाया गया है. इन्हीं चिह्नित स्थानों पर श्रद्धालुओं को जूते उतारने होंगे.
.Tags: Local18, Mathura news, Religion 18, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : November 5, 2023, 06:01 IST

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