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पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. यूपी के मुरादाबाद में एक ऐसा गांव है. जहां पर आजादी के बाद से ही लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि यह गांव आजादी के 75 साल से आज तक मुख्य मार्ग से नहीं जुड़ पाया. इससे पहले गांव वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को गांव तक जाने के लिए बिजनौर के रास्ते का सहारा लेना पड़ता है.जिसको लेकर ग्रामीण सड़क निर्माण करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों और जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रहे थे. अब इस गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा.

दरअसल, कांठ तहसील क्षेत्र में कांठ विधानसभा क्षेत्र के गांव दरियापुर के ग्रामीणों को आजादी के बाद से ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब नाबार्ड योजना से इस गांव को संपर्क मार्ग से जोड़े जाने की कवायद शुरू की गई है. विधानसभा परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं पूर्व राज्यसभा सांसद सैयद जफर इस्लाम की ओर से सांसद आदर्श ग्राम योजना तो के अंतर्गत अंगीकृत दिए गए प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई है.

लोगों को मिलेगी राहतइस गांव को जोड़ने के लिए भगवानपुर रेनी की ओर से 900 मीटर एवं गांव दरियापुर की और 3.250 किलोमीटर का मार्ग बनाया जाएगा. इसके अलावा रामगंगा नदी पर 58.12 मीटर लंबाई के लघु सेतु की लागत सहित कुल लागत 874.86 लाख रुपए का शासन को पत्र प्रेषित किया जा चुका है. जिस पर विभागीय वित्त समिति ने 27 जुलाई को अपना अनुमोदन प्रदान भी कर दिया. परियोजना की स्वीकृति प्रदान होने के उपरांत प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग निर्माण कार्य से संबंधित कार्रवाई शुरू करेगा.

परियोजना की स्वीकृति से 3000 ग्रामीण होंगे लाभांवितभाजपा के जिला मीडिया प्रभारी संजय ढाका ने बताया कि परियोजना की स्वीकृति होने से प्रत्येक वर्ष कांवड़ मेले के दौरान भी हजारों की संख्या में कांवरियों को मुरादाबाद जाने के लिए करीब 5 किलोमीटर कम दूरी का मार्ग भी उपलब्ध हो सकेगा.

स्कूली छात्र-छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए और मरीजों को वर्षा काल में होने वाली हानि से बचने के लिए कुल एवं सड़क का निर्माण उपयोगी साबित होगा. इस परियोजना की स्वीकृति से करीब 3000 ग्राम वासियों को फायदा होगा.
.Tags: Local18, Moradabad News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 07, 2023, 14:19 IST

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