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नई दिल्ली: क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 (World Cup 1983) पर बेस्ड मूवी ’83’ को बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है. कपिल देव (Kapil Dev) के रोल में बॉलीवुड सुपरस्टार रणवीर सिंह की जमकर तारीफ की जा रही है. बाकी कलाकारों नें भी अपना-अपना रोल बखूबी निभाया है
भारत ने हैरतअंगेज तरीके से जीता वर्ल्ड कप
जब भी टीम इंडिया की 1983 वर्ल्ड कप जीत की बात की जाती है तो सबसे पहले कपिल देव (Kapil Dev) को सराहा जाता है और याद किया जाता है कपिल द्वारा फाइनल में लिया गया विवियन रिचर्ड्स (Vivian Richards) का वो कैच जिसने उस मैच का रुख पूरी तरह से बदल दिया था. जिसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज को हैरतअंगेज तरीके से हराकर वर्ल्ड कप जीत लिया था और पूरे क्रिकेट जगत में सनसनी फैला दी थी.  

कपिल देव नहीं थे अकेले हीरो
क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 (World Cup 1983) में जीत के अकेले कपिल देव ही नायक नहीं थे, उनके अलावा एक और खिलाड़ी भी इस जीत का असली हीरो था जिसे कभी उसका क्रेडिट नहीं मिला. यह खिलाड़ी और कोई नहीं, भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी (Roger Binny) थे जिनके रोल का ’83’ मूवी में दिखाया गया है. 

रोजर बिन्नी ने किया था कमाल
19 जुलाई 1955 को बेंगलूरू में जन्मे रोजर बिन्नी (Roger Binny)  ने अपनी गेंदबाजी से 1983 वर्ल्ड कप में कमाल कर दिखाया था. जब टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले टीम इंडिया अपने सारे प्रेक्टिस मैच हार गयी थी और जब टीम का मनोबल बिल्कुल गिर चुका था ऐसे में बिन्नी की गेंदबाजी ने ही टीम के कॉन्फिडेंस के लिए संजीवनी बूटी का काम किया था.  

बिन्नी ने भारत को सेमीफाइनल में दिलाई एंट्री
आपको बता दें कि अगर रोजर बिन्नी (Roger Binny)  नहीं होते तो वर्ल्ड कप जीतना तो दूर भारतीय टीम फाइनल में भी नहीं पहुंच पाती क्योंकि वो बिन्नी ही थे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ‘करो या मरो’ के मुकाबले में 8 ओवर में 29 रन देकर 4 विकेट लिए थे और कंगारू टीम को धराशायी कर दिया था. भारत ने उस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 60 ओवर में 248 रन बनाने का टारगेट दिया था पर बिन्नी की जबरदस्त गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया 129 रन पर ही सिमट कर रह गई थी.
फाइनल में भारत और वेस्टइंडीज की टक्कर
भारतीय टीम ने सेमीफाइनल तो आसानी से जीत लिया था लेकिन अब फाइनल में मुकाबला 2 बार की वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज के साथ था. वेस्टइंडीज को हराना बच्चों का खेल नहीं था क्योंकि उस टीम में विवियन रिचर्ड्स के अलावा क्लाइव लॉयड, डेसमंड हेंसऔर गॉर्डन ग्रीनीज जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी मौजूद थे. 
टीम इंडिया 183 पर हुई ऑल आउट
उस वक्त वेस्टइंडीज की टीम को अजेय माना जाता था और जिस तरह से भारतीय टीम की फाइनल में शुरूआत हुई उसे देखकर तो ऐसा ही लग रहा था कि वेस्टइंडीज एक बार फिर से वर्ल्ड चैंपियन बन जाएगा. मैच की शुरुआत के बाद टीम इंडिया की बैटिंग पूरी तरह से फ्लॉप हो गई थी और टीम महज 183 रन पर ऑल आउट हो गई थी.
बिन्नी ने की किफायती गेंदबाजी
184 रन का टारगेट चेज करना वेस्टइंडीज के लिए कोई बड़ी बात नहीं थी, लेकिन भारतीय टीम की गेंदबाजी ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के पसीने छुड़ा दिए. फाइनल में भारतीय टीम की जीत में रोजर बिन्नी का योगदान भी अहम था. बिन्नी ने न सिर्फ किफायती गेंदबाजी की, इसके साथ ही 10 ओवर में 23 रन देकर एक विकेट भी लिया.  

भुला दिया गया बिन्नी का योगदान
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने पूरी तरह से घुटने टेक दिए और उनकी पूरी टीम 140 रन बनाकर ऑल आउट हो गई  और टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया. इस जीत के साथ जहां एक तरफ कपिल देव रातों रात पूरे देश के हीरो बन गए, वहीं रोजर बिन्नी को कभी उनके शानदार प्रदर्शन का श्रेय नहीं मिला.
83 मूवी में बिन्नी को दिया गया क्रेडिट 
कबीर खान (Kabir Khan) की मूवी 83 में रोजर बिन्नी (Roger Binny) के करिदार को निशांत दाहिया (Nishant Dahiya) ने निभाया है. फिल्म में बताया गया है कि बिन्नी को टीम में जगह देने के लिए कपिल देव (Kapil Dev) सेलेक्टर्स के अड़ गए थे. कपिल ने वर्ल्ड कप के दौरान बिन्नी को डांट भी लगाई जिसकी वजह से वो मायूस हो गए थे, लेकिन फिर बिन्नी ने वो कर दिखाया जिसकी कप्तान कपिल को उम्मीद थी. 

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