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अंजू प्रजापति/रामपुरः त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. विभिन्न त्यौहारों या अवसरों पर व्यंजन के तौर पर पेड़ा परोसा जाता है. सभी के घरों पर विभिन्न प्रकार की मिठाइयां बनाई जाती है. पेड़ा मिठाइयों में अत्यधिक पसन्द किया जाता है. इसके अलावा यह एक व्रत रेसिपी भी है, जो नवरात्रि या किसी पर्व आदि अन्य व्रतों में बनाई जाती है.

रामपुर का मशहूर पेड़ा सन 65 से अपनी मिठास दे रहा है. अमेरिका सऊदी तक इस पेड़े के लोग दीवाने हैं. रामपुर से बाहर जाने वाले लोगों से इस पेड़े की खास डिमांड की जाती है. इस शॉप पर सुबह नौ बजे से रात ग्यारह बजे तक पेड़े मिलते हैं. हर तीन घण्टे में पेड़ा बनाकर तैयार किया जाता है.


मुमताज स्वीट्स के पेड़े की खासियतआमतौर पर पेड़ा अन्य मिठाइयों से लंबे समय तक चलता है और वह जल्दी खराब नहीं होता. मुमताज स्वीट्स पर शुद्ध मावे से तैयार किये गए पेड़े को आप 15 दिनों तक बिना फ्रिज के रखकर, इसका सेवन कर सकते हैं. यही खासियत है कि रामपुर का यह पेड़ा दूर-दराज तक फेमस है.

कारीगरी तो मावे की होती हैमुमताज भाई कहते हैं कि मैंगारंटी से कहता हूं कि पूरी यूपी में कोई भी हलवाई मेन्युफेक्चरिंग खोए का पेड़ा तैयार नहीं करता. हम पेड़ा बनाने के लिए विशेष रूप से घर के दूध से खोया बनाकर तैयार करते हैं. उसके बाद पांच किलो मावे में एक किलो शक्कर डालकर उसको धीमी आंच पर  कलर आने तक भूनते हैं. जिससे की खोए से बने पेड़े बहुत ही नरम और स्वादिष्ट बनते हैं.

शुद्धता रखा जाता है विशेष ध्यानमुमताज भाई बताते हैं कि पेड़ों की शुद्धता के कारण ही आज हमारे यहां के पेड़े की देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत पसंद किए जाते हैं. इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला दूध उनके घर में पाली जाने वाली भैंस के दूध से तैयार किया जाता है और आज भी उसी दूध का इस्तेमाल होता है. महज 200 रुपये किलो मिलने वाला पेड़ा आज डिमांड के चलते 200 से बढ़कर 450 रुपये के करीब है.
.Tags: Food 18, Local18, Rampur news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 10, 2023, 13:33 IST

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