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वसीम अहमद /अलीगढ़. वैसे तो विजयदशमी हिंदुओं का त्यौहार माना जाता है, लेकिन बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाए जाने वाले इस त्योहार में कुछ लोगों द्वारा भाईचारे और एकता का भी संदेश दिया जाता है. अलीगढ़ जिले में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल सामने आई है. यहां एक मुस्लिम परिवार पिछले 60 वर्षों से हिंदू पौराणिक कथाओं में उल्लेखित रावण के पुतले को बना रहा है. ये मुसलिम कारीगर भाई जातपात से ऊपर उठकर समाज को इंसानियत का संदेश दे रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में दशहरे के दिन रावण का दहन का कार्यक्रम हर साल बड़ी हर्षोल्लासके साथ किया जाता है. इसी कड़ी में अलीगढ़ में रावण मेघनाथ और कुंभकरण स्वरूप के पुतले बनवाए जाते हैं. संभल का रहने वाला एक मुस्लिम परिवार पिछले 60 वर्षों से रावण का पुतला बनाने का कार्य अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में कर रहा है. रावण के पुतला बनाने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें बहुत अच्छा लगता है और उनके परिवार के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी लंबे समय से रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाते हुए चले आ रहे हैं.

अलीगढ़ में आपसी सौहार्द की मिसाल

अलीगढ़ के ऐतिहासिक नुमाइश ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम इस बार भी किया जाएगा. इसी को दृष्टिगत रखते हुए रामलीला कमेटी की तरफ से रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनवाई जा रहे हैं बीते वर्षों की भांति इस बार भी अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले बनाने का कार्य संभाल के इस मुस्लिम परिवार को दिया गया है.

कई वर्षो से मुस्लिम परिवार बना रहा रावण

पुतले बनाने वाले अशफाक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार रामलीला कमेटी की तरफ से 3 लाख 60000 रुपए का ठेका दिया हुआ है. जिसमें रावण मेघनाथ और कुंभकरण तीनों के विशाल स्वरूप के पुतले बनाए जाने हैं. पिछले 29 दिनों से लगातार पुतले बनाने का काम किया जा रहा है. अशफाक का कहना है कि उनकी पीढ़ी दर पीढ़ी कई वर्षों से पुतला बनाने का काम कर रही है. अभी भी हमारे परिवार के 12 लोग पुतला बनाने मे लगे हुए हैँ और उनको यह पुतले बनाने का कार्य करना अच्छा लगता है.
.Tags: Dussehra, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : October 22, 2023, 15:38 IST

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