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Wasim Akram Shares Tragic Story: पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) ने साल 2009 का एक किस्सा शेयर किया है, जिसमें उनकी पत्नी हुमा अकरम शामिल थीं, जिनका अक्टूबर में चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया था. हुमा का दिल और किडनी की बीमारी के चलते 2009 में निधन हो गया था. एक किस्सा साझा करते हुए अकरम ने कहा कि वह सिंगापुर के लिए उड़ान भर रहे थे और उनकी पत्नी बेहोश थीं, जब फ्लाइट चेन्नई एयरपोर्ट पर निर्धारित ईंधन भरने के लिए रुकी थी, तब उन्होंने खुलासा किया कि कैसे भारतीय वीजा नहीं होने के बावजूद चेन्नई के अधिकारियों ने उनकी पत्नी को अस्पताल ले जाने में उनकी मदद की. कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
वसीम अकरम ने किया बड़ा खुलासा 
वसीम अकरम (Wasim Akram) ने स्पोर्टस्टार पत्रिका को अपनी आत्मकथा सुल्तान: ए मेमॉयर पर चर्चा के दौरान बताया, ‘मैं अपनी दिवंगत पत्नी के साथ सिंगापुर के लिए उड़ान भर रहा था और ईंधन भरने के लिए चेन्नई में रुका था. जब उतरा, तो वह बेहोश थी, मैं रो रहा था और एयरपोर्ट पर लोगों ने मुझे पहचान लिया. हमारे पास भारतीय वीजा नहीं था. हम दोनों के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट था.’ उन्होंने खुलासा किया, ‘चेन्नई एयरपोर्ट पर लोगों, सुरक्षा बलों और सीमा शुल्क और आप्रवासन अधिकारियों ने मुझे वीजा के बारे में चिंता न करने और अपनी पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए कहा. एक क्रिकेटर और एक इंसान के तौर पर यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगा.’
साल 1999 के चेन्नई टेस्ट की किया याद
वसीम अकरम ने साल 1999 के चेन्नई टेस्ट की यादों को ताजा किया. वसीम अकरम ने कहा, ‘चेन्नई टेस्ट मेरे लिए बहुत खास है. पिच अच्छी थी, जो हमारे अनुकूल थी क्योंकि हम रिवर्स-स्विंग पर निर्भर थे. सकलैन मुश्ताक के रूप में हमारे पास उस समय के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक थे. उस पिच पर उन्होंने जिस दूसरी डिलीवरी का आविष्कार किया था, उसे चुनें.’ पहली पारी के बाद सचिन तेंदुलकर ने उनका अच्छा साथ निभाया. जब उन्होंने दूसरी गेंद फेंकी, सचिन ‘कीपर’ के ठीक पीछे लेप शॉट के लिए गए. उन्होंने ऑफ स्पिन खेलने के लिए एक बहुत ही अजीब शॉट खेला, लेकिन उन्होंने इसमें महारत हासिल की और यही कारण है कि सचिन सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक थे.
पाकिस्तान की टीम को जिताए कई मैच
स्विंग के सुल्तान के रूप में लोकप्रिय वसीम अकरम (Wasim Akram) ने 1984 में अपनी शुरूआत की, उन्होंने 104 टेस्ट खेले, 356 एकदिवसीय मैचों में 460 मैचों में 926 विकेट लिए. 1992 के वर्ल्ड कप विजेता ने 2003 के वर्ल्ड कप के बाद वनडे से संन्यास लेने की घोषणा की थी. वहीं, उन्होंने 2002 में अपने टेस्ट क्रिकेट करियर की समाप्ति की.
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