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First Semifinal IND vs NZ: वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला पिछली बार की उपविजेता न्यूजीलैंड से है. यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 15 तारीख को होने वाला है. लेकिन इस स्टेडियम की पिच को लेकर काफी बात हो रही है. आइए जान लेते हैं कि वानखेड़े स्टेडियम की पिच कैसी है और इसका रिपोर्ट कार्ड क्या है. वैसे तो ऐतिहासिक रूप से, मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम अपने हाई स्कोरिंग मुकाबलों के लिए जाना जाता है. पिच छोटी-छोटी बाउंड्रीज के साथ बल्लेबाजी के लिए काफी परफेक्ट विकेट है. यहां आसानी से चौके और छक्के लग सकते हैं लेकिन आंकड़े जानना जरूरी है. 
गेंदबाजी के नजरिए से
असल में यह पिच गेंदबाजी के नजरिए से स्पिनरों को थोड़ी मदद करने के लिए जानी जाती है. इस पिच पर पहली पारी का औसत स्कोर 261 रन है, जबकि दूसरी पारी में औसतन स्कोर 199 का है. वानखेड़े पिच पर हाई स्कोर 438/4 है, जो दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में मेजबान भारत के खिलाफ बनाया था. वहीं अगर कुल मिलाकर बात करें तो वानखेड़े ने अब तक कुल 33 वनडे मैचों की मेजबानी की है. इसमें से 17 में जीत पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम क हाथ लगी है, जबकि चेज करने वाली टीम ने 16 मैचों में मैदान मारा है.
बल्लेबाजी आसान होने की संभावनाएक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि टॉस इतना अहम रोल नहीं निभाता है, लेकिन दूसरी पारी में ओस जरूर आएगी, जिसकी वजह से बल्लेबाजी आसान होने की संभावना है. इन सबके बीच भारत के स्टार स्पिनर ने मैच से पहले पिच पर जरूर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वानखेड़े गेंदबाजों के लिए एक टफ जगह है. लेकिन भारतीय टीम को कीवी टीम पर हावी होने के लिए शुरुआती विकेटों की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि यहां गेंदबाजी करने के लिए एक कठिन पिच है. उछाल सही है और बल्लेबाज अक्सर वहां हावी रहते हैं. 
‘शुरुआती विकेटों की आवश्यकता’लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि गेंदबाजों के पास खेल में वापस आने के लिए काफी समय होता है. ऐसे में शुरुआती विकेटों की आवश्यकता होगी. इसका मतलब साफ है कि कुलदीप यादव ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की मुश्किल पिच पर की ओर इशारा किया कि यह पिच गेंदबाजों के लिए अच्छी चुनौती पेश कर सकती है. फिलहाल अब देखना है कि 15 तारीख को यह पिच कैसा खेलेगी. फिलहाल टीम इंडिया का प्रदर्शन मौजूदा वर्ल्ड कप में बहुत ही जबरदस्त चल रहा है.

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