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रिपोर्ट: अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. बाबा विश्वनाथ का शहर बनारस (Banaras) पूरी दुनिया में अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. यहां जितने मंदिर हैं उतनी ही मस्जिदें भी हैं. इस पवित्र शहर में घंटे-घड़ियाल की आवाज के बीच अजान की गूंज भी सुनाई देती है. इसी काशी (Kashi) में एक ऐसा अनोखा मदरसा भी है, जहां मुस्लिम बच्चों को उर्दू के साथ देववाणी संस्कृत की शिक्षा भी दी जाती है. खास बात ये भी है कि इस अनोखे मदरसे में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिन्दू बच्चे भी शिक्षा लेते हैं.
शहर के अर्दली बाजार में बना ये अनोखा मदरसा पूरे शहर में अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. ‘खानम जानम’ मदरसे के प्रधानाचार्य मोहम्मद सलाउद्दीन ने बताया कि उनके यहां बच्चों को मजहब से दूर हर चीज की शिक्षा दी जाती है. संस्कृत भी उसका एक हिस्सा है. यहां पर बच्चों को उर्दू, अंग्रेजी, फारसी, अरबी, हिंदी के साथ समान रूप से संस्कृत की भी शिक्षा दी जा रही है.
संस्कृत के लिए अलग शिक्षक

इस अनोखे मदरसे में मुस्लिम बच्चों में उर्दू के साथ संस्कृत की शिक्षा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. मदरसे में बच्चों को संस्कृत की तालीम मिल सके, इसके लिए मदरसे में संस्कृत के शिक्षक भी रखे गए हैं. मदरसे में पढ़ने वाली छात्रा सना ने बताया कि उन्हें उर्दू के साथ संस्कृत की पढ़ाई करने में आंनद आ रहा है.
भाईचारे का संदेश

वाराणसी स्थित ये अनोखा मदरसा जहां एक ओर शहर भर में चर्चा का विषय बना है तो वहीं दूसरी तरफ पूरे देश को ये मदरसा आपसी सौहार्द और भाईचारे का संदेश भी दे रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Hindu-Muslim, UP news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : November 01, 2022, 18:03 IST

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