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रिपोर्ट: अभिषेक जायसवालवाराणसी: सावन के अंतिम सोमवार पर काशी में शिवभक्तों का जन सैलाब उमड़ा है. शिवभक्तों के सैलाब के बीच श्रृंगार गौरी के दर्शन को जा रहे विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस (Police) ने हिरासत में ले लिया. अस्सी घाट पर पूजन के दौरान पुलिस ने अरुण पाठक को रोका और फिर थाने ले गई. हिंदूवादी नेता के ज्ञानवापी में जलाभिषेक करने के बयान के बाद से पुलिस चौकस थी. उधर इस मामले में जब वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस से गिरफ्तारी की वजह जाननी चाही तो किसी ने भी कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दिया.अरुण पाठक ने बताया कि वो पिछले 33 सालों से लगातार श्रृंगार गौरी के सामूहिक दर्शन और जलाभिषेक के लिए आते है लेकिन हर बार पुलिस उन्हें रोक देती है. अरुण पाठक ने कहा कि देश और प्रदेश में हिन्दूवादी सरकार है लेकिन फिर भी उन्हें दर्शन से हर साल रोका जाता है जो समझ से परे है. बताते चले कि आज के जलाभिषेक यात्रा में सुभाष चंद्र बोस की पपौत्री राजश्री चौधरी को भी शामिल होना था लेकिन प्रयागराज स्टेशन पर पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में लेकर नजर बंद कर दिया.साधु संतो और समर्थक को भी रोकाअरुण पाठक के हिरासत में लेने के साथ ही अस्सी घाट पर पुलिस ने यात्रा में शामिल होने वाले साधु संत और कार्यकर्ताओं को भी रोका. इसके साथ ही कुछ लोगों को अरुण पाठक के साथ हिरासत में भी लिया गया.बताते चले कि कथित नेपाली युवक के मुंडन मामले से अरुण पाठक चर्चा में आए थे.2 साल से नहीं ढूंढ पाई पुलिसकथित नेपाली युवक के मुंडन मामले के बाद अरुण पाठक पर कई मुकदमे दर्ज हुए. जिसके बाद से अरुण पाठक फरार चल रहे थे. सबसे बड़ा सवाल ये है कि करीब 2 साल से अधिक समय से अरुण पाठक फरार चल रहे थे लेकिन पुलिस उसे ढूंढ क्यों नही पाई थी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : August 09, 2022, 01:08 IST

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