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कानपुर: यूपी के कानपुर में बच्चों के अचानक बीमार पड़ने से हड़कंप मच गया है. कानपुर नगर में वायरल फीवर से इंसेफलाइटिस का खतरा बढ़ रहा है. दरअसल, बदलते मौसम और वायरल फीवर लगातार बच्चों को चपेट में ले रहा है. सरकारी अस्पतालों में एक तरफ बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी यही हालात हैं. कानपुर के मेडिकल कॉलेज में बाल रोग अस्पताल विभाग में दिमागी बुखार से पीड़ित कई बच्चे सामने आ रहे हैं और अब तक 20 बच्चों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज बाल रोग अस्पताल विभाग में दिमागी बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिस तरह से वायरल के रूप में यह फीवर दिमागी बुखार में बदल रहा है, वह खतरनाक संकेत हैं. इसके लक्षण में बुखार के दौरान बच्चों को झटके पड़ना और उनके दिमाग में सूजन आना है. इतना ही नहीं, निमोनिया के भी मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. यही कारण है कि बाल रोग इमरजेंसी के सभी बेड भर गए हैं और यहां 120 बेड वाले विभाग में मरीजों की संख्या 190 हो गई है.
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि जिन मरीजों को कुछ झटके आ रहे हैं, उनकी ईईजी जांच कराई जा रही है. मस्तिष्क की झिल्ली में संक्रमण के कारण सूजन आने से दिक्कत बढ़ रही है. इसके अलावा यही संक्रमण मरीजों के फेफड़ों में पहुंच रहा है और यह वायरल संक्रमण निमोनिया बन रहा है. मेडिकल कॉलेज बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ यशवंत राव का कहना है कि अगर बच्चों को सही समय पर इलाज मिल जाता है तो मरीज जल्दी ठीक होने लगता है और कई मरीज ऐसे हैं, जिनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है.
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि ऐसे समय में जब वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा हो और गंभीर बीमारी बन रहा हो तो बच्चों को भीड़भाड़ वाले स्थान पर ना ले जाएं. साथ ही बच्चों को नंगे पैर ना घूमने दें. खुले में बिक रहे कटे-फटे फल व जंक फूड खाने में ना दें और बुखार आने पर तुरंत ही डॉक्टर को दिखाएं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Kanpur news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 07:27 IST

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