[ad_1]

हाइलाइट्सपूर्व विधायक आजम खान ने सोशल मीडिया पर एक भावुक कर देने वाला वीडियो जारी कियावीडियो में आजम खान ने पिछले कुछ साल में अपने ऊपर गुजरे घटनाक्रम को बताया हैवीडियो में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने आने वाली नस्लों को लेकर भी जताई चिंतारामपुर: काफी समय से खामोश और मीडिया से दूरी बनाए रहे सपा के राष्ट्रीय महासचिव और कद्दावर नेता आजम खान ने यूपी के रामपुर के स्वार विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले ही अपनी खामोशी को तोड़ दी. दरअसल, आजम खान का एक इमोशनल संदेश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं. वायरल वीडियो में आजम खान बोल रहे हैं कि ”मैं आजम खान आपसे मुखातिब हूं, मेरी सारी जिंदगी और जिंदगी का अमल आईने की तरह आपके सामने हैं, और आप कल और आज से मेरे आने वाले कल का अंदाजा लगा सकते हैं”.

आजम खान ने कहा कि मुझ पर, मेरे अपनों पर गुजरे हुए चार-पांच साल में जो कुछ हुआ है, वो किसी से छिपा नहीं है. और यह ऐसी अफसोसनाक तारीख है कि आने वाला कल हिंदुस्तान के इस निजामें जम्हूरी पर कुछ न कुछ अपनी राय पेश करेगा. वहीं आजम खान ने जकात का जिक्र करते हुए कहा कि जकात के पैसे का सही इस्तेमाल नहीं है. आजम खान ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं; जो बर्बाद कर दिए गए लेकिन उन्होंने शिकायत का मौका नहीं दिया और बहुतों ने शिकायत का मौका दिया और उन्होंने तेजाब के खंजर भी पार किये.

SP में गुटबाजी? मनोज पांडेय और स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक दूसरे से बनाई दूरी, चुनाव से पहले अखिलेश के लिए बड़ी चुनौती

हमारे बच्चों के अंदर सलाहियतों की कोई कमी नहीं है, उन्हें मौका नहीं  मिलता

आजम खान ने कहा कि हम अपनी आने वाली नस्लों के लिए कोई ऐसा नक्शा तैयार करें, जिनमें अगर उनके लिए बहुत आसानियां न हों, तो वो आने वाली सख्तियों को सहन कर सकें, और एक नार्मल आम जिंदगी गुजार सकें. आजम खान ने कहा कि हमारे बच्चों के अंदर सलाहियतों की कोई कमी नहीं है, उन्हें मौका नहीं मिलता. उन्हें मौका मिले हम सब इसके लिए कोशिश करें, और तालीमी इदारे कायम करें… ‘मैं उन तमाम लोगों से कहना चाहता हूं, जो ताकत में हैं चाहें वो सियासी तौर पर हों, माली तौर पर हों या अफसर हों रिटायर्ड हों चाहें सर्विस में हों जो जज्बा रखते हैं वो पैसे का सही इस्तेमाल करें, कौमों की तकदीर सुधारें.

मेरे पड़ोस के जिले में न जाने कितने रईस रहते हैंआजम  खान ने कहा कि अगर मेरे जैसा कमजोर व्यक्ति इतने बड़े मिशन को ऊंचाई तक पहुंचा सकता है, तो मेरे पड़ोस के जिले में न जाने कितने रईस रहते हैं, मेरे मुल्क मेरे प्रदेश में न जाने कितने दौलतमंद रहते हैं. न जाने कितनी ऐसी ऑर्गेनाइजेशन हैं जिनके पास बहुत मसले हैं, लेकिन उनका सही इस्तेमाल नहीं करते है. यहां तक की हमारे जकात के पैसे का भी सही इस्तेमाल नहीं होता है. अगर हम इस पैसे का, अपनी दौलत का, इस्तेमाल अपनी रिहाइश शानों-शौकत पर खर्च करने का एक हिस्सा भी अगर अपनी आने वाली नस्ल को पढ़ाने के लिए करने लगे तो यह बड़ी खिदमत होगी.

बहुतों ने शिकायत का मौका दिया, तेजाब के खंजर भी पार कियेजौहर यूनिवर्सिटी का जिक्र करते हुए आजम खान ने कहा कि में खिदमत तो नहीं कहता लेकिन हां एक यूनिवर्सिटी बनाई है. यह बात सही है कि उस यूनिवर्सिटी के साथ गलत सलूक हो रहा है. हम कैसे बर्दाश कर रहे हैं. हमें तो अपनी बर्दाश पर कभी-कभी हैरत भी होती है कि हम हड्डी गोश्त के बने हुए इंसान हैं भी या नहीं. कोई पत्थर की पहाड़ी तो नहीं है, फौलाद का दरिया तो नहीं है, जो बहता है लेकिन फौलादी ताकत से हमारे अंदर एहसास भी है गम भी है और हमें तकलीफ भी होती है. अंगारा हमारे सर पर रखा जाता है तो उसकी तपिश भी महसूस होती है. लेकिन सब कुछ बर्दाश करते हैं इसलिए कि हमने आप से अहम लिया है.

बहुतों ने शिकायत का मौका दियामेरे अपनों ने जो अहम दिया है, जो हमारे साथ जेलों में रहे, आज भी हैं जिन्होंने सख्तियां सही आज भी सख्तियां सह रहे हैं, जो बर्बाद कर दिए गए. लेकिन उन्होंने शिकायत का मौका नहीं दिया. वहीं बहुतों ने शिकायत का मौका भी दिया. तेजाब के खंजर भी पार किये लेकिन बहुत से ऐसे भी हैं जिन्होंने बहुत तकलीफ के वक्त में भी साथ नहीं छोड़ा, और उन्हीं की मोहब्बत के सहारे हम अभी तक खड़े हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Azam Khan, By election, Rampur news, UP news, UP politicsFIRST PUBLISHED : April 05, 2023, 09:35 IST

[ad_2]

Source link