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नोएडा. बीते कुछ दिनों से नोएडा के चार सेक्टर ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) के रडार पर आ गए. ट्रैफिक पुलिस की कई टीम सभी चार सेक्टर में मुस्तैदी के साथ तैनात हो गई हैं. हर एक छोटे-बड़े वाहन की अच्छी तरह से जांच पड़ताल की जा रही है. 5 से 10 हजार रुपये  तक का चालान काटा जा रहा है. ज्यादा धुंआ छोड़ने वाले वाहनों को खासतौर पर चेक किया जा रहा है. पीयूसीसी सर्टिफिकेट (PUCC Certificate) है लेकिन इसके बाद भी वाहन वायु प्रदूषण (Air Pollution) फैला रहा है तो भी चालान काटा जा रहा है. गौरतलब रहे यह वो चार सेक्टर हैं जहां सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण होता है. इसी तरह की चेकिंग ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में भी की जा रही है. डीएम सुहास एल वाई (DM Suhas L Y) ने भी सोमवार को इस संबंध में कई विभागों संग ऑनलाइन (Online) मीटिंग कर कई अहम बिन्दुओं पर सख्त निर्देश जारी किए हैं.
नोएडा चार सेक्टर पर है खास निगाह
नोएडा के सेक्टर- एक, 62, 116 और 125 पर गौतम बुद्ध नगर प्रशासन की खास निगाह है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि जब दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण अपने चरम पर होता है तो नोएडा में सेक्टर- एक, 62, 116 और 125 में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए ऐहतियात बरती जा रही है. वायु प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों जिसमे पुराने वाहन शामिल हैं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. पीयूसीसी न होने और धुंआ छोड़ने वाले वाहनों का पहली बार 5 हजार का और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रुपये का चालान काटा जा रहा है. नोएडा जिले को तीन जोन में बांटकर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर रही है.
वाहन पर रेत लादकर ले जाई जा रही है, लेकिन उसे अच्छी तरह से ढका नहीं गया है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. ट्रैफिक पुलिस की सबसे ज्यादा निगाह डग्गेमार वाहनों पर है. पुलिस का मानना है कि डग्गेमार वाहन भी वायु प्रदूषण  बहुत फैलाते हैं. ऐसे वाहनों का चालान करने के साथ ही उन्हें सीज करने की कार्रवाई भी की जा रही है.
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दिवाली के लिए डीएम ने बनाया यह खास प्लान
गौतम बुद्ध नगर के प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन गंभीर. डीएम सुहास एल वाई ने ऑनलाइन बैठक करते हुए प्रदूषण को कम करने के जरूरी निर्देश दिए. खासतौर पर डस्ट प्रदूषण को लेकर विभागीय अधिकारियों के द्वारा अभियान संचालित करने और एनजीटी-प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों का पालन कराने की भी बात कही.

गौतम बुद्ध नगर में आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के मकसद से विभागीय अधिकारियों को सख्त कदम उठाने के भी निर्देश दिए गए. उनका कहना था कि गौतम बुद्ध नगर औद्योगिक क्षेत्र होने तथा अधिक यातायात होने की दृष्टि से पर्यावरण को लेकर अत्यंत संवेदनशील जिला है. डीएम का कहना है कि कहीं पर भी किसी किसान के द्वारा अपने खेतों में पराली जलाने की घटनाएं और नगर क्षेत्रों में कूड़ा आदि जलाने की घटनाएं न होने पाएं. जिले के डस्ट प्रदूषण पर अंकुश लगाने के मकसद से प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के समीर एप का जिले में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए जिससे की डस्ट प्रदूषण पर मानकों के अनुरूप अंकुश लगाया जा सके.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

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