[ad_1]

सृजित अवस्थी / पीलीभीत. बीते साल अक्टूबर महीने में ही केंद्र सरकार ने यूपी को हाथी रिजर्व की सौगात दी थी. अब तकरीबन एक साल बाद तराई एलीफेंट रिजर्व धरातल पर उतरना शुरू हुआ है. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आयोजित कार्यक्रम में तराई एलीफेंट रिजर्व का लोगों लॉन्च किया है.

तराई एलीफेंट रिजर्व देश का 33 वां तो वहीं उत्तरप्रदेश प्रदेश का दूसरा एलीफेंट रिजर्व है. इससे पहले सहारनपुर स्थित शिवालिक एलीफेंट रिजर्व प्रदेश का एकमात्र हाथी रिजर्व था. लेकिन बीते कुछ सालों में तराई के दुधवा व पीलीभीत टाइगर रिजर्व के तमाम इलाकों में हाथी के संरक्षण को लेकर प्रयास किए जा रहे थे. बीते साल अक्टूबर महीने में तराई एलीफेंट रिजर्व को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी थी.

देश का आठवां बड़ा एलीफेंट रिजर्वइस हाथी रिजर्व का दायरा उत्तरप्रदेश के 4 जिले पीलीभीत, शाहजहांपुर, बहराइच व खीरी तक है. अगर क्षेत्रफल की बात करें तो यह तकरीबन 3 लाख हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है. क्षेत्रफल के लिहाज से यह यूपी के पहले हाथी रिजर्व शिवालिक से तकरीबन 4 गुना अधिक बड़ा है. ऐसे में यह यूपी का सबसे बड़ा और देश का आठवां सबसे बड़ा एलीफेंट रिजर्व है.

क्यों जरूरी है तराई एलीफेंट रिजर्व(TER)?दरअसल जिन जंगलों को तराई एलीफेंट रिजर्व घोषित किया गया है. ये हाथियों के विचरण के पारंपरिक गलियारे (Corridor) हैं. इन गलियारों में सदियों से हाथी विचरण करते आ रहे हैं. लेकिन समय बीतने के साथ साथ इन इलाकों में इंसानी बस्तियां बसी हैं. वहीं हाथियों के इन गलियारों ने इंसानी दखल भी बढ़ा है. ऐसे में कई बार हाथी-मानव संघर्ष व फसलों के नुकसान के मामले सामने आते रहते हैं. इन्हीं सब मामलों से निपटने और हाथियों के बेहतर संरक्षण के लिए हाथी रिजर्व बनाए जाने की घोषणा की है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : October 7, 2023, 22:31 IST

[ad_2]

Source link