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नई दिल्ली: आईपीएल 2022 के 7वें मुकाबले में सीएसके के सामने लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए सीएसके का प्रदर्शन कमाल का रहा और इस टीम ने बोर्ड पर 210 रनों का स्कोर लगा दिया. इसके बाद भी सीएसके की टीम को अंत में हार नसीब हुई. लेकिन सीएसके का एक बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहा. ये बल्लेबाज टीम इंडिया से पहले ही अपना पत्ता कटा चुका है और अब ऐसे ही चलता रहा तो जल्द इस खिलाड़ी को आईपीएल टीम से भी ड्रॉप होते हुए देख लिया जाएगा. 
अपनी आईपीएल टीम की नैया डुबा रहा ये खिलाड़ी
सीएसके के लिए एक खिलाड़ी बहुत बड़ा विलेन साबित हुआ है. ये खिलाडी और कोई नहीं बल्कि टीम के ओपनिंग बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ हैं. पिछले सीजन के हीरो रहे गायकवाड़ इस सीजन पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं. गायकवाड़ पहले मुकाबले में दिल्ली के खिलाफ बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे. वहीं दूसरे मैच में गायकवाड़ सिर्फ 1 रन बनाकर रन आउट हो गए. अब गायकवाड़ कप्तान जडेजा के लिए एक नई मुसीबत बन चुके हैं. 
टीम इंडिया के लिए प्रदर्शन खराब
ऋतुराज गायकवाड़ की किस्मत उनका कतई साथ नहीं दे रही है. गायकवाड़ को टीम इंडिया में ज्यादा मौके वैसे ही नहीं मिलते और मिले भी हैं तो वो चोटिल होकर बाहर बैठे रहते. कप्तान रोहित गायकवाड़ से ज्यादा वैसे भी ईशान किशन और केएल राहुल को पसंद करते हैं. गायकवाड़ का करियर खत्म होता सा नजर आ रहा है. सीएसके की टीम में पहली ही डेवोन कॉन्वे जैसा दिग्गज ओपनर मौजूद है. ऐसे में अगर गायकवाड़ का बल्ला ऐसे ही खामोश रहा तो वो जल्द ड्रॉप भी हो जाएंगे. 
आईपीएल 2021 में जीती ऑरेंज कैप
चेन्नई सुपरकिंग्स के यंग ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ इस साल पूरे सीजन में ही हैरतअंगेज तरीके से रनों की बारिश कर दी थी. आईपीएल 2021 में उन्होंने 16 मैचों में 45.35 की औसत और 136.26 की स्ट्राइक रेट से 635 रन बनाए और ऑरेंज कैप भी अपने नाम की. इस दौरान उन्होंने अपने करियर का पहला आईपीएल शतक भी ठोका. उन्होंने ये ऑरेंज कैप फाफ डु प्लेसिस और केएल राहुल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़ कर अपने नाम की. उनके प्रदर्शन को देखते हुए एक बात तो साफ है कि आने वाले समय में वो टीम इंडिया के सबसे कामयाब ओपनर बनेंगे.
पांचवें खिताब पर हैं निगाहें
जडेजा की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम में कई मैच विनर्स प्लेयर्स शामिल हैं. उनकी निगाहें आईपीएल में पांचवा खिताब जीतने पर होंगी. सीएसके टीम में ज्यादातर प्लेयर्स 30 साल से ऊपर की उम्र के हैं. धोनी हमेशा से ही ऑलराउंडर्स पर बहुत ही ज्यादा भरोसा करते हैं. वह टीम संयोजन में महारथी हैं. उन्होंने अपने शांत और चतुर दिमाग से सीएसके को मैच जिताए हैं. धोनी की जगह लेने वाले जडेजा से भी अब टीम को यही उम्मीद होगी.    

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