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सर्वेश श्रीवास्तव/ अयोध्या. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ यहां की प्राचीन धरोहर को मूल गौरव के साथ पुनर्स्थापित किया जाएगा. नवाबों के शासन काल में बने इमारतों का अब प्रदेश की योगी सरकार कायाकल्प करेगी. इसके जरिए पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय क्षेत्र के आर्थिक कायाकल्प को भी बढ़ावा मिलेगा.शुरुआती चरण में अयोध्या में नवाबी काल के अफीम कोठी का संरक्षण व सुंदरीकरण करने की योजना शुरू कर दी गई है. इसके बाद नवाबी कल में आर्थिक गतिविधियों के केंद्र रहे नवाब शुजाउद्दौला द्वारा 1765 में फैजाबाद के चौक घंटाघर के चारों तरफ बनाए गए द्वार का भी सुंदरीकरण किया जाएगा. हेरिटेज को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने इन चारों द्वारों के संरक्षण के लिए लगभग 12 करोड़ रुपए की रकम भी स्वीकृत की है.इन द्वारों की लौटेगी भव्यताबता दें कि नवाबी शासनकाल में राजधानी रहे इस फैजाबाद में शासको ने आर्थिक गतिविधियों के लिए चौक घंटा घर क्षेत्र का मुगल वास्तु के आधार पर निर्माण कराया था और अब आर्थिक गतिविधियों के इस केंद्र की सुरक्षा और भव्यता के लिए चौक घंटा घर के चारों तरफ द्वार का सुंदरीकरण कराया जाएगा. फैजाबाद के चौक घंटा घर से गुदरी बाजार जाने वाले मार्ग पर स्थित द्वारा को एकदरा, तो वहीं फतेहगंज बजाज की तरफ से जाने वाले मार्ग में स्थित द्वार को तीनदरा तथा इसके अलावा कोतवाली गुलाब बाड़ी की तरफ से जाने वाले मार्ग पर स्थित द्वार को दोदरा के नाम से जाना जाता है.प्राचीन धरोहर का होगा कायाकल्पचारों द्वारों का सुंदरीकरण का जिम्मा यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन को दिया गया है. राम मंदिर में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के पहले इन सभी द्वारों का कायाकल्प बदलने की तैयारी है. अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार की माने तो नवाबों के दौर में इस द्वारा को बनाने के लिए जिस पदार्थ का उपयोग किया गया था इस पद्धति से अब इसका कायाकल्प कराया जाएगा भी कराया जाएगा..FIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 18:24 IST

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