[ad_1]

नोएडा : कैसा लगेगा आपको जब लखनऊ के पुलिस मुख्यालय से आपके पास कॉल आए और पुलिस वाले आपको धन्यवाद कहें. आपको पुलिस वाले निमंत्रण दें और आपको अवॉर्ड देने के लिए बुलाएं?. यकीनन आपको अच्छा लगेगा. नोएडा सेक्टर-76 के रहने वाले संयम रस्तोगी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है. एक हफ्ते पहले उनके पास लखनऊ पुलिस मुख्यालय का फोन आया और उन्हें 74वें गणतंत्र दिवस पर 112 पुलिसकर्मियों के साथ सम्मानित करने के लिए बुलाया. आखिर क्या था मामला, क्या किया था संयम ने चलिए हम आपको बताते हैं.संयम रस्तोगी पेशे से वकील हैं. इसी वर्ष 6 जनवरी को देर रात वो अपने रिश्तेदार के घर से आ रहे थे. रास्ते में उन्हें एक घायल व्यक्ति मिला. जिसके सिर में काफी चोट आई थी और खून निकल रहा था. संयम उस ने बिना डरे उस व्यक्ति की मदद की थी. संयम बताते हैं कि सच ही कहा गया है ‘मारने वाले से महान बचाने वाला होता है’.इसी को अपना ध्येय वाक्य बनाकर मैं चलता हूं. उस दौरान मैं आगे बढ़ जाता तो हो सकता था उस घायल व्यक्ति की जान चली जाती. चोट लगने के कारण वो खून बहुत बह चुका था. असल में वो आत्महत्या करने के लिए कहीं से कूद गया था. जिस कारण वह घायल हो गया था और पैदल ही चलता जा रहा था. मैने उसे रोका तो वो कह रहा था कि मुझे मरना है मुझे मत रोको.संयम रस्तोगी बताते हैं कि मैने उसे रोका और तुरंत पुलिस को फोन किया. दस मिनट में पुलिस आ गई और उसे हॉस्पिटल ले गई. बाद में मैंने फोन करके उसका हालचाल लिया तो पुलिसवालों ने बताया कि उसकी हालत ठीक है.संयम रस्तोगी कहते हैं कि एक हफ्ते पहले मेरे पास लखनऊ पुलिस मुख्यालय से फोन आया. उन्होंने मुझे उस दिन की घटना के लिए धन्यवाद कहा और 26 जनवरी पर सूरजपुर स्थित जिला मुख्यालय पर प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित भी किया. वो बताते हैं कि लोगों की मदद करनी चाहिए. कोई परेशान नहीं करता कानून बनाए गए हैं. जिसमें मदद करने वाले को कोई परेशान नहीं करता.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 26, 2023, 22:23 IST

[ad_2]

Source link