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कृष्ण गोपाल द्विवेदी/ बस्ती. कहते हैं प्रतिभा कभी किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती है यह बात एकदम सिद्ध कर दिखाया बस्ती की श्रद्धा गुप्ता ने, जिनके पिता बस्ती के कप्तानगंज में चाट की एक छोटी सी ठेला लगाते हैं. बावजूद श्रद्धा ने कभी भी अपने पढ़ाई में गरीबी को आड़े नहीं आने दिया और इस बार के नीट की परीक्षा में सफल हो अपने साथ-साथ अपने मां बाप के सपनों को भी पंख लगाने का काम किया है.

जब श्रद्धा छोटी थी तो एक समय ऐसा आया की गरीबी की वजह से उसके मां बाप का ईलाज नहीं हो पाया था. लिहाज श्रद्धा ने डॉक्टर बनने का ठान लिया और नीट की परीक्षा में सफलता हासिल कर औरों के लिए प्रेरणा दिया है. बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में होनहार श्रद्धा गुप्ता ने हाईस्कूल 94% और इंटरमीडिएट में 95.6% अंक हासिल किया था और उसके बाद कानपुर जाकर नीट की तैयारी करने लगी और पहले ही अटैम्प में 720 में 645 अंक हासिल कर आल इण्डिया 8489 रैंक हासिल कर डाक्टर बनने जा रही हैं. रैंक के हिसाब से कानपुर मेडिकल कॉलेज, मेरठ मेडिकल कॉलेज या गोरखपुर मेडिकल कॉलेज मिल सकता है.

दो दिन मरीजों की फ्री सेवा करना चाहती हूं

श्रद्धा गुप्ता ने बताया कि मेरा बचपन से ही सपना था की मैं डाक्टर बन मां बाप के साथ ही देश समाज की सेवा करु, श्रद्धा ने आगे बताया की वो गाइनोलॉजिस्ट बनना चाहती हैं और सप्ताह में दो दिन मरीजों की फ्री सेवा करना चाहती हूं. श्रद्धा की मां कुसुमलता ने बताया कि शुरू से ही मेरी तबियत खराब रहती थी. जिसकी वजह से मुझे अक्सर बाहर दिखाने जाना पड़ता था और जब मैं महिला डॉक्टर को देखती थी तो सोचती थी की मैं भी अपने बेटी को डॉक्टर बनाऊंगी. आज वो मेरा सपना सच हुआ मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
.Tags: Hindi news, Local18, NEET UG 2023FIRST PUBLISHED : June 20, 2023, 16:15 IST

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