[ad_1]

पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. जानवरों से प्रेम करने वाले तो आपने बहुत से देखे होंगे, लेकिन ऐसी प्रेम करने वाली आपने शायद ही पहले कभी देखी होगी जो जानवरों की खातिर अपनी नौकरी छोड़कर पूरा जीवन उनकी सेवा में समर्पण कर दे. मुरादाबाद में एक महिला ने प्राइवेट शिक्षिका ने कुछ ऐसा ही किया है. शिक्षिका ने जॉब छोड़कर कुत्ते और बिल्लियों की सेवा करनी शुरू कर दी है. जो अब आसपास में चर्चा का विषय बना हुआ है. शिक्षिका के इस सेवा भाव को लेकर लोग काफी प्रशंसा भी कर रहे हैं.

दरअसल मुरादाबाद की रेलवे हरथला कॉलोनी निवासी चंद्रप्रभा सिंह 2005 से जानवरों की सेवा करती चली आ रही हैं. लेकिन नौकरी और घर की जिम्मेदारियों के चलते पूरी तरह से सेवा नहीं कर पा रही थीं. ऐसे में उन्होंने 2013 में टीचर की नौकरी छोड़ पूरी तरह से जानवरों की सेवा करने का फैसला लिया और आज वह सभी घायल जानवरों का उपचार कर उनका पालन पोषण करती हैं. गौर करने वाली बात ये है कि इस कार्य के लिए उन्हें किसी एनजीओ या शासन प्रशासन से कोई मदद नहीं मिलती है. वह खुद ही निस्वार्थ मन से इस कार्य को करती हैं।

45 डॉग और एक कैट की कर रहीं सेवाNEWS 18 LOCAL से बात करते हुए चंद्रप्रभा सिंह ने बताया कि वर्तमान में वह 45 कुत्ते और एक बिल्ली का पालन-पोषण कर रही हैं. आगे बताती हैं कि उन्हें जहां भी घायल अवस्था में कुत्ते मिलते हैं वह उन्हें अपने घर ले आती हैं और उनका उपचार कराती हैं. ठीक हो जाने के बाद भी वह उनका पालन पोषण करती हैं. इतना ही नहीं स्थानीय या फिर अनजान व्यक्ति जब अपने घायल कुत्तों को उनके घर पर छोड़ जाते हैं तो वह उनका भी निस्वार्थ मन से पालन-पोषण करती हैं.

जानवरों को बच्चों की तरह करती हैं देखरेखवैसे तो चंद्रप्रभा एक बहुत छोटे घर में रहती हैं, लेकिन इन जानवरों का बिल्कुल अपने बच्चों की तरह पालन पोषण करती हैं. गंभीर जानवरों के लिए उन्होंने इंसानों की तरह सोने के लिए अच्छी व्यवस्था की है. घर छोटा होने के बावजूद पूरे घर में साफ सफाई की बहुत शानदार व्यवस्था है. चंद्रप्रभा बताती हैं कि उनका पूरा दिन जानवरों की सेवा और घर की साफ सफाई में ही निकल जाता है और वह इस कार्य को निस्वार्थ कर रही हैं. इस कार्य को करने के लिए उनका कोई स्वार्थ नहीं है. ना ही उन्हें कहीं से मदद मिलती है और ना ही वह कहीं से मदद लेना चाहती हैं.

रेलवे में डिप्टी सीआईटी हैं पतिघर खर्च और और जानवरों के खाने-रहने का खर्च कैसे चलता है इस सवाल पर चंद्रप्रभा सिंह बताती हैं कि मेरे पति रेलवे में डिप्टी सीआईटी के पद पर तैनात हैं. उन्हीं की कमाई से इन जानवरों का पालन पोषण किया जाता है. उन्होंने कहा कि एक वक्त वह था जब मुझसे कोई कुत्ता टच हो जाता था. तो मैं अपने कपड़े बदल कर उनको धुलने डाल देती थी. लेकिन आज यह वक्त है कि मैं कुत्तों के बीच में ही सोती हूं. इसके साथ ही चंद्रप्रभा सिंह का कहना है कि मैं जानवरों को ज्यादा कुछ खाने के लिए नहीं देती हूं. बस बाहर से थोड़ा सा चिकन मंगा लेती हूं और बड़े से डेकचे में पानी डालकर सूप बनाकर उन्हें पिला देती हूं. इसके अलावा ब्रेड, दलिया, चावल, खीर, रस्क सहित आदि चीजें भी खिलाती हूं. लेकिन जो बीमार हैं उनके खानपान का विशेष ध्यान दिया जाता है. उन्हें ब्रेड में अंडा डालकर या पनीर दे दिया जाता है.

स्थानीय लोग कर रहे हैं प्रशंसास्थानीय निवासी सुमन शर्मा, अर्पित शर्मा, प्रेम शर्मा, शुभांगी गोयल मेकअप आर्टिस्ट का कहना है कि आजकल इस तरह का कार्य कोई नहीं करता है. यह बेहद नेक और सराहनीय कार्य करती हैं. सरकार को इनकी मदद करनी चाहिए. इनके इस कार्य से हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. हमारी भी सरकार से यही मांग है कि इन्हें सरकार का सपोर्ट मिलना चाहिए. इनकी मदद होनी चाहिए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Moradabad News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : January 17, 2023, 16:26 IST

[ad_2]

Source link