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अमित सिंह/प्रयागराज : महाकुंभ 2025 की तैयारियां तेज हो चली है. धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में बड़े स्तर पर रूपरेखा तैयार की जा रही है. कई योजनाओं में से एक प्रमुख योजना प्राचीन मंदिरों को दिव्य और भव्य बनाने की है. जहां प्रयागराज के प्राचीन मंदिरों को चयन करके उनका विशेष कायाकल्प किया जाएगा. प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले महर्षि भारद्वाज आश्रम में करीब 1550 लाख रुपए खर्च करके कॉरिडोर विकास सौंदर्यीकरण प्रवेश द्वार समेत कई कार्य कराए जाएंगे.वहीं द्वादश माधव मंदिर में 1400 लाख,नाग वासुकी मंदिर में 523.53 लाख, दशामेघ मंदिर में 283 लाख, मनकामेश्वर मंदिर में 667.57 लाख और आलोप शंकर मंदिर में 700 लाख, पड़िला महादेव मंदिर में 1000 लाख, पंचकोसी परिक्रमा पथ के अंतर्गत आने वाले मंदिरों का 500 लाख, कोटेश्वर महादेव में 150 लाख ,कल्याणी देवी का 100 लाख से पर्यटन विकास के लिए कार्य प्रस्तावित है. प्रयागराज की करछना इलाके के अंतर्गत आने वाले मंदिरों का 460.17 लाख से विकास किया जाएगा. अक्षय वट, सरस्वती कूप, पातालपुरी मंदिर में कॉरिडोर विकास समेत कई कार्यों में 1850 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे.महाकुंभ से पहले युद्ध स्तर पर होगा काम क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि महाकुंभ से पहले प्रयागराज को नए स्वरूप में निखारने के लिए तमाम प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. प्रस्तावों की मंजूरी मिलते ही का युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर दिए जाएंगे. गुणवत्तापूर्ण और तय सीमा में पहले काम पूरा कराने पर विशेष जोर दिया जा रहा है..FIRST PUBLISHED : June 06, 2023, 20:05 IST

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