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दिल की बीमारी के खतरे से बचने के लिए अब सिर्फ सही खानपान ही नहीं, बल्कि खाने का समय भी उतना ही महत्वपूर्ण है. हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि सुबह जल्दी नाश्ता करने और रात को जल्दी डिनर दिल की बीमारी से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. यह शोध नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों के डाइट और सेहत पर करीब सात साल तक अध्ययन किया गया.
शोध में यह पता चला कि दो हजार व्यक्तियों को दिल से जुड़ी बीमारियां (जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक) हुईं. शोध के अनुसार, नाश्ता करने में देरी दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ाती है. हर घंटे की देरी के साथ दिमाग संबंधी स्ट्रोक का खतरा 6% तक बढ़ जाता है. अध्ययन में यह भी पाया गया कि व्यक्ति दिन में कितनी बार खाता है, इससे दिल की बीमारी पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता.डिनर टाइमडिनर का समय भी दिल की सेहत को प्रभावित करता है. शोध में पाया गया कि रात को 9 बजे के बाद खाना खाने से स्ट्रोक या ट्रांजिएंट इस्केमिक अटैक (TIA) का खतरा 28% तक बढ़ जाता है. इससे जुड़ा कारण माना जाता है कि हमारा नेचुरल भोजन पैटर्न जल्दी भोजन करने के अनुकूल है. पशुओं पर किए गए शोधों में भी पाया गया है कि देर से पचने वाला भोजन ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है.
ब्लड वेसेल्स को नुकसानशोध यह भी बताता है कि शाम के समय ब्लड प्रेशर का बढ़ना (जब आमतौर पर यह गिरता है) ब्लड वेसेल्स को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे संभावित रूप से खून के थक्के, दिल का दौरा और स्ट्रोक हो सकते हैं. हालांकि, अध्ययन में यह भी जोर दिया गया है कि इस विषय पर और शोध की आवश्यकता है और खाने का समय उतना प्रभावी नहीं हो सकता जितना कि अस्वस्थ आहार.
महिलाएं रहे अधिक सतर्कशोध में यह भी पाया गया कि रात 9 बजे के बाद खाना खाने से गंभीर दिल की बीमारी का खतरा नहीं बढ़ता है. हालांकि, रात के खाने में हर घंटे की देरी के साथ स्ट्रोक या TIA का खतरा 8% बढ़ जाता है. अध्ययन में महिलाओं पर इसका विशेष प्रभाव पाया गया, जो अध्ययन प्रतिभागियों का लगभग 80% थीं. पुरुषों में कम महत्वपूर्ण परिणाम देखे गए, लेकिन नाश्ता करने में देरी से गंभीर दिल की बीमारी का खतरा 11% बढ़ जाता है.
उपवास का असरअध्ययन यह भी बताता है कि रात भर लंबे उपवास के संभावित स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं. हर अतिरिक्त घंटे के उपवास के साथ स्ट्रोक के खतरे में 7% की कमी का संकेत दिया गया है. यह संबंध मुख्य रूप से उन व्यक्तियों से संबंधित है जो जल्दी खाना खाते हैं और नाश्ते से पहले लंबे समय तक उपवास करते हैं, बजाय देर से भोजन करने और देर से नाश्ता करने की रणनीति अपनाने के. तो कुल मिलाकर, यह शोध इस बात को रेखांकित करता है कि दिल की बीमारियों से बचने के लिए न केवल स्वस्थ आहार अपनाएं, बल्कि खाने का समय भी ध्यान में रखें. सुबह जल्दी नाश्ता करें और रात को जल्दी खाएं, ताकि आपका शरीर ठीक तरह से काम करे और स्वस्थ रहें.

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