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सौरभ वर्मा/रायबरेली : केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय दुगनी करने में लगातार प्रयासरत हैं. किसानों को सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिया जा रहा है. किसान अब अपनी परंपरागत खेती छोड़ बागवानी की खेती को ओर बढ़ रहे हैं. जिससे वह अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. रायबरेली के कुछ किसान अब केले और मौसमी सब्जियों की खेती कर रहे हैं. बागवानी की तरफ किसानों का बढ़ता रुझान आफत बनती जा रही परंपरागत खेती से अधिकारियों को राहत दे रहा है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं रायबरेली जिले के शिवगढ़ कस्बे के गुमावा के किसान राम प्रताप की जो बीते लगभग दो दशकों से लगभग 2 एकड़ में केले की खेती के साथ ही कई प्रकार की मौसमी सब्जियों की खेती करते हैं. जिससे वह परंपरागत खेती से ज्यादा मुनाफा भी कमा रहे हैं. किसान राम प्रताप के मुताबिक केले की एक एकड़ खेती में 30 से 40 हजार रुपए की लागत आती है. साथ ही लागत के सापेक्ष सालाना दो लाख से तीन लाख रुपए तक की कमाई भी कर लेते हैं.

केले की खेती में होता है इतना मुनाफाकिसान राम प्रताप ने बताया कि उद्यानिकी खेती में परंपरागत खेती से ज्यादा मुनाफा है. साथ ही साल भर में 30 हजार रुपए से 40 हजार रुपए की लागत आती है और लागत के सापेक्ष 2 से 3 लाख रुपए की कमाई भी हो जाती है. आगे की जानकारी देते हुए उन्हें बताया कि यह खेती वह बीते लगभग 20 वर्षों से कर रहे हैं. सिंचाई के लिए वह स्प्रेलिंकर का प्रयोग करते हैं. जिससे पानी की भी बचत होती है और आराम से खेतों की सिंचाई भी हो जाती है.

50 किसानों ने छोड़ी परंपरागत खेतीजिला उद्यान अधिकारी जयराम वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रायबरेली जनपद में लगभग 50 से अधिक किसान ऐसे हैं जो अपनी परंपरागत खेती छोड़ बागवानी की खेती कर रहे हैं. जिससे वह अधिक से अधिक मुनाफा भी कमा रहे हैं. सरकार भी ऐसे किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही हैं. जिससे किसान लाभान्वित हो रहे हैं.
.Tags: Local18, Rae Bareli News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : December 5, 2023, 23:22 IST

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