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अंजली शर्मा/कन्नौज. कन्नौज खुशबू के शहर में इन धूपबत्तियों ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है. पूरे देश में कन्नौज की स्टिक वाली धूपबत्तियों की डिमांड बढ़ गई है. धूपबत्तियों में कई तरह की खासियत है, एक तो यह साधारण सी दिखने वाली धूपबत्तियां खुशबूदार होती हैं और इनसे निकलने वाला दुआ नुकसान की जगह फायदेमंद और सुगंधित होता है, जोकि पूरे वातावरण को सुगंधित बना देता है. ऐसे में लगातार लोगों में इनकी मांग बढ़ रही है.

हिंदू मान्यता के अनुसार, बांस वाली अगरबत्ती को जलाना शुभ नहीं माना जाता. ऐसे में धूपबत्ती का प्रचलन चालू हुआ. समय आगे बढ़ा तो स्टिक- पेंसिल आकार की धूपबत्तियां बनने लगी. कन्नौज में बनने वाली यह स्टिक आकार की धूपबत्तियां अब बहुत तेजी से प्रचलन में आ रही हैं. एक विशेष प्रकार के पाउडर से इन धूपबत्तियों को बनाया जाता है.कड़ी मेहनत के बाद इनको पेंसिल आकार में देने के बाद सुखाया जाता है और फिर इनमें खुशबू डाली जाती है. जिसके बाद यह बनकर तैयार हो जाती हैं.

कहां से आता है पाउडर

वियतनाम से धूपबत्ती बनाने का पाउडर आता है, जिसको t1 पाउडर कहा जाता है. इसके बाद इस पाउडर से ही यह धूपबत्तीयां बनाई जाती हैं. धूप बत्तियां बनने के बाद कारखानों में आती हैं, कारखानों में इनको खुशबू प्रदान की जाती है. बड़े से बर्तन में कई तरह की खुशबू वाला ऑयल डाल दिया जाता है. उस ऑयल में इनको पूरी तरह से भिगोकर रखा जाता है. भिगोने के बाद इनको कई दिन तक के लिए सूखने के लिए रख दिया जाता है. कई दिन सूखने के बाद यह पूरी तरह से खुशबूदार धूप तैयार हो जाती है.

50 रुपए से लेकर 200 रुपए तक एक डिब्बे की कीमत 

कन्नौज की प्रसिद्ध खुशबूदार धूपबत्तीया कई तरह की होती हैं. जिसमें गुलाब, मोगरा और चंदन प्रमुख धूप है जो सबसे ज्यादा बिकती है. लोगों की यह पहली पसंद भी रहती है, इनकी कीमत की बात करें तो 50 रुपए से लेकर 200 रुपए तक एक डिब्बे की कीमत रहती है.

जड़ी बूटियों से बनती है धूपबत्ती

व्यापारी सुरेंद्र राठौर बताते हैं कि लगातार बदलते समय के साथ यह धूपबत्ती अब बहुत तेजी से मांगी जा रही है. क्योंकि हिंदू मान्यता के अनुसार, अगरबत्ती में जो बांस लगता है वह अशुभ माना जाता है. इसके चलते अब धूपबत्ती की डिमांड बढ़ रही है. कन्नौज की धूपबत्ती अपने आप में खास हैं, क्योंकि कई तरह की जड़ी बूटियों के वेस्ट से बनाई जाती है और कई तरह के इत्र बनाने वाले फार्मूले का जो वेस्ट बच जाता है, उसका भी इन धूपबत्तियों में प्रयोग किया जाता है. इनसे निकलने वाला धुआं वातावरण को शुद्ध करता है और इनकी खुशबू तन मन को तरोताजा कर देती है.
.Tags: Kannauj news, Latest hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 19, 2023, 18:03 IST

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