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विशाल झा/ गाजियाबाद: शाम होते ही वैशाली मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ देखने को मिलती है. यह भीड़ वहां पर स्ट्रीट फूड का जायका लेने के लिए नहीं बल्कि एक खास तरीके के हुनर को देखने के लिए जुटती है.दरअसल, गाजियाबाद की मोहिनी शाम के समय सड़क पर स्केच आर्ट बनाने का काम करती है. जितना सुंदर आर्ट मोहिनी बनाती है उतने ही संघर्ष से इनका जीवन घिरा हुआ है.

मोहिनी ने बताया कि बचपन से ही उन्हें आर्ट बनाने में काफी मजा आता था. शुरुआत में स्कूल और घर की दीवारों, खिड़की और दरवाजों पर मोहिनी आर्ट बनाया करती थी. जिस कारण से घर वाले और स्कूल के अध्यापकों का गुस्सा झेलना पड़ता था. धीरे-धीरे मोहिनी इस कला में माहिर होती चली गई और आज स्केच के कारण ही उनका घर चल रहा है. मोहिनी बताती हैं कि कहीं किसी भी इंस्टिट्यूट में फाइन आर्ट का कोर्स नहीं किया बल्कि यह टैलेंट उनके अंदर गॉड गिफ्टेड है. लोगों को उनके किए गए स्कॉच काफी पसंद आते है और शाम के वक्त लोग अपना लाइव स्केच बनाना भी पसंद करते है.

डिवोर्स के बाद स्केच का सहाराकागजों पर रंग बिखेर कर दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली मोहिनी की खुद की जिंदगी बेरंग हो गई है. दरअसल वर्ष 2021 में मोहिनी का डिवोर्स हो गया.इसके बाद एक बेटी के भरण- पोषण की जिम्मेदारी भी इसी मां के कंधों पर आ गई. कुछ वर्षों तक निजी कंपनियों में मोहिनी ने नौकरी की, लेकिन उसे वक्त अपनी बेटी को टाइम देना उनके लिए मुश्किल हो रहा था. इसके बाद इस आर्टिस्ट ने अपना ब्रश उठाया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज स्केच के जरिए ही मोहिनी अपनी बेटी का भरण- पोषण कर रही है.

सस्ते में बनवा सकते है स्केचअगर आपको भी अपना या अपने किसी चाहने वालों को एक शानदार सरप्राइज देना है तो आप स्केच दे सकते हो. सिर्फ 300 रुपये में आपको स्केच मिल जाता है और अगर चारकोल में स्केच बनाना है तो 500 रुपये चार्ज किए जाएंगे. मोहिनी कई प्रकार के स्केच बनाती है जिनमे इमेजिनेशन पेंटिंग, ग्लास पेंटिंग, कैनवास पेंटिंग और पोट्रेट स्केच आदि शामिल है.
.Tags: Ghaziabad News, Local18FIRST PUBLISHED : December 2, 2023, 18:45 IST

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