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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: पूरे देश में चैत्र नवरात्रि की तैयारियां अंतिम दौर में है. धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि के 7 दिनों में मां जगत जननी जगदंबा धरती पर आकर अपने भक्तों के बीच में रहती है. सनातन धर्म में वैसे तो चार नवरात्रि मनाई जाती है, जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं और एक शारदीय तथा एक चैत्र नवरात्रि होती है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार 9 अप्रैल से हो रही है, जो कि 17 अप्रैल तक चलेगी. हालांकि इस बार की नवरात्रि पर खरमास का साया है. गौरतलब है कि खरमास का समापन 13 अप्रैल की रात में होगा.

हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रत्येक वर्ष चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है और इसी दिन से हिंदू नव वर्ष भी प्रारंभ होता है. चैत्र शुक्ल नवमी को नवरात्रि का समापन होता है. इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो रहा है और 17 अप्रैल को समाप्त होगा. ऐसी स्थिति में हर कोई यह जानना चाहता है कि इस बार की नवरात्रि में माता रानी की सवारी क्या होगी और प्रस्थान की सवारी क्या होगी. इस सवारी का देश दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

हाथी पर होगा मां दुर्गा का प्रस्‍थानअयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से शुरू हो रही है जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा. इस बार चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी. धर्म शास्त्रों के मुताबिक जब नवरात्रि की शुरुआत शनिवार या मंगलवार को होता है तो माता की सवारी घोड़ा होता है. घोड़े पर सवार होकर आना शुभ संकेत नहीं माना जाता है. इसके अलावा 17 अप्रैल यानि बुधवार को नवरात्रि का समापन होगा और माता रानी हाथी पर प्रस्थान करेंगी. माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत माना जाता है.

देश-दुनिया में युद्ध का खतराज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार अगर नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. मां दुर्गा के इस वाहन से यह संकेत मिलते हैं कि आने वाले वक्त में सत्ता में कुछ बड़े बदलाव होने वाला है. साथ ही देश-दुनिया में युद्ध का खतरा बढ़ सकता है. ऐसा कहा जाता है कि मां दुर्गा के घोड़े पर सवार होकर आने से प्राकृतिक आपदा की आशंका प्रबल हो सकती है.

अच्छी बारिश के संकेतज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि नवरात्रि 17 अप्रैल, बुधवार को समाप्‍त हो रही हैं. नवरात्रि का समापन बुधवार को होने पर माता के प्रस्‍थान की सवारी गज या हाथी होती है. माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्‍थान करना शुभ संकेत होता है. यह अच्‍छी बारिश, खुशहाली और तरक्‍की का संकेत होता है. किसानों को फसल में अच्छा मुनाफा होगा तो देश दुनिया पर इसका अच्छा असर देखने को मिल सकता है.
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 31, 2024, 20:30 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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