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सृजित अवस्थी/पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में आबादी के बीच बाघ की चहलकदमी थमने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में पीलीभीत के गांव में खेत से गुजर रही महिला बाघ के हमले से बाल-बाल बची है. पूरे मामले के बाद ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ खासा रोष भी देखा जा रहा है.एक ओर जहां पीलीभीत टाइगर रिजर्व में लगातार बढ़ रही बाघों की संख्या के चलते पीलीभीत को देश दुनिया में एक अलग पहचान मिल रही है. वहीं दूसरी ओर जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के लिए यह बढ़ती संख्या अब आफत का सबब बन गई है. आए दिन या तो आबादी में या फिर खेतों में बाघ की चहलकदमी अब आम हो गई है. बीते कुछ दिनों पहले पीलीभीत की कलीनगर तहसील क्षेत्र के रानीगंज गांव में खेतों पर काम करने गए ग्रामीणों को खेत में बाघ बैठा नजर आया था. जिससे बमुश्किल उन्होंने अपनी जान बचाई थी.बाघ की चहलकदमी का वीडियो वायरलवहीं यह ताजा मामला भी कलीनगर तहसील के ही अभयपुर इमलिया गांव से सामने आया है. जहां गांव की ही रहने वाली सरजीत कौर खेत के किनारे से गुजर रही थी. अचानक उनकी नजर खेत में छिपे बाघ पर पड़ी जिसके बाद वह घबरा गईं. गनीमत रही कि बाघ के हमला करने से पहले ही सरजीत कौर सूझबूझ दिखा कर उससे दूर हो गईं. पूरे मामले की सूचना के बाद वन विभाग की टीमें मौके पर निगरानी के रही हैं. वहीं खेतों में बाघ की चहलकदमी का वीडियो भी सामने आया है.वन विभाग के पास नहीं है कोई जवाबपीलीभीत जिले की कलीनगर तहसील के तमाम ऐसे गांव हैं जो जंगल से बिलकुल सटकर बसे हैं. अधिकांश इलाकों में जंगल की सीमा खुली है, जिस पर कोई भी तार फेंसिंग नहीं है. ऐसे में आए दिन इलाक़े के अलग अलग गांवों में बाघ या फिर तेंदुए की चहलकदमी देखने को मिल रही है. इस इलाके में तीन लोग बीते कुछ दिनों में वन्यजीवों के हमले में अपनी जान खो चुके हैं. वन विभाग निगरानी की बात तो जरूर कहता नज़र आ रहा है लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस जवाब विभाग के पास नहीं है..FIRST PUBLISHED : September 06, 2023, 19:49 IST

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