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रिपोर्ट- अभिषेक जायसवाल
वाराणसी: भगवान शिव की नगरी काशी (Kashi News) में मंदिरों में स्थापित साईं बाबा (Sai Baba) की मूर्तियों पर एक बार फिर संग्राम छिड़ गया है. काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं और वाराणसी (Varanasi) के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों को हटाने की मांग की है.
कुलपति तिवारी ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने साईं बाबा को चांदमिया घोषित कर दिया है, उसके बाद भी लोग उनकी पूजा कर रहे हैं. इतना ही नहीं कुलपति तिवारी ने कहा कि वाराणसी के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियां हटाई जाए. वहीं दूसरी तरफ विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत के इस बयान के बाद साईं भक्तों के साथ ही वाराणसी में स्थित साईं मंदिर के प्रबंधक और पुजारियों में नाराजगी है.
भगवान से सद्बुद्धिसंत रघुवर नगर क्षेत्र में स्थित साईं मन्दिर के प्रमुख अभिषेक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इतने बड़े पद पर बैठे किसी भी महंत को किसी के बारे में अपशब्द नहीं कहना चाहिए. वह कहते हैं, ‘मैं तो भगवान से यही प्रार्थना करूंगा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे. बाकी भक्तों की आस्था है, वो कभी भी किसी के साथ भी जुड़ सकती है और किसी की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए.’
कोई नहीं छीन सकता अधिकारवहीं कुलपति तिवारी के बयान पर साईं भक्तों का कहना है कि बाबा में उनकी आस्था है, इसलिए वो उनकी पूजा करते हैं और कोई भी उनसे ये अधिकार नहीं छीन सकता है. कुल मिलाकर यदि बात करें तो वाराणसी में पूर्व महंत के इस बयान के बाद एक बार फिर साईं बाबा को लेकर मामला गर्म हो गया है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Shirdi Sai Baba Mandir, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 02, 2022, 13:10 IST

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