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संजय यादव/बाराबंकी: बाराबंकी में खेती के तौर-तरीके बदल रहे हैं. अब तक परंपरागत फसलें उगा रहे किसान अब नए उत्पादों की और आकर्षित हो रहे हैं. शिमला मिर्च पिछले कुछ सालों से भारत में बहुत लोकप्रिय हो चुका है और इसकी खेती भी खूब की जा रही है. शिमला मिर्च की बाज़ार में बहुत मांग है और ये और अन्य सब्जियों से महंगा भी होता है. जिले में कई किसान शिमला मिर्च की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे हैं.बाराबंकी जिले के हरखगांव के रहने वाले युवा किसान प्रमोद हमेशा खेती किसानी में नए प्रयोग करते रहते हैं. इस बार उन्होंने शिमला मिर्च की सफल खेती की है. इन दिनों उनके खेत में शिमला मिर्च की फसल निकल रही है. जिसे देख कर गांव के और किसान उनके इस नवाचार की तारीफ करते नजर आ रहे हैं. आज इनकी सफलता देख लगभग पूरा गांव आज इनके द्वारा किये गए खेती-किसानी के प्रयोगों को अपना कर अच्छा मुनाफा कमा रहा हैं.सिर्फ 75 दिन में फसल हो जाती है तैयारसब्जियों की खेती कर रहे युवा किसान प्रमोद ने बताया कि पहले पारम्परिक खेती में अधिक मुनाफा ना होने हम बहुत परेशान थे. इसके बाद शिमला मिर्च की खेती की जानकारी हासिल की. उसके बाद पिछले साल आधे एकड़ में शिमला मिर्च लगाया और अच्छा मुनाफा हुआ. इस बार एक एकड़ में दो तरह के शिमला मिर्च की फसल लगाई है. जिसमें लागत एक एकड़ में 60 से 70 हजार रुपए आती है और मुनाफा करीब एक फसल पर 3 से 4 लाख हो जाता है.कम लागत में बंपर मुनाफाकिसान प्रमोद वर्मा का कहना है की किसान अगर और खेती के साथ शिमला मिर्च की खेती करे तो अच्छा मुनाफा कमा सकता है और इस खेती में लागत कम मुनाफा ज्यादा है. नकदी खेती की ओर बढ़ रहे किसान की मानें तो यदि सरकार उन्हें सहयोग करे तो खेती की बदौलत किसान अपनी तकदीर को बदल सकते हैं. कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि इसमे कई तरह के पौष्टिक तत्व है. इसके उत्पादन में मिल्डिंग विधि और ड्रिप एरिगेशन का किसान इस्तेमाल करें तो कम पानी में अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है..FIRST PUBLISHED : November 11, 2023, 18:12 IST

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