[ad_1]

सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: शाहजहांपुर में विराजमान दक्षिणमुखी हनुमान जी की पंचमुखी मूर्ति है. जिसके दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं, यह पंचमुखी हनुमान जी गर्रा नदी के तट पर विराजमान है. इस मंदिर का निर्माण स्वामी संतोषानंद महाराज जी ने कराया था. स्वामी जी के स्वर्गवास के बाद अब मंदिर का रखरखावमंदिर के पुजारी अनिल कुमार अग्निहोत्री करते हैं.

पुजारी अनिल कुमार अग्निहोत्री बताते हैं कि मंदिर का निर्माण 1980 में स्वामी संतोषानंद जी महाराज में कराया था. उन्होंने ही मंदिर में पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति को स्थापित किया था. स्वामी संतोषानंद जी महाराज का वर्ष 2021 में स्वर्गवास हो गया. जिसके बाद अब मंदिर का रखरखाव मैं और मेरा परिवार के लोग करते हैं.

दूर-दूर से आते हैं भक्तजनपंचमुखी हनुमान जी के दर्शन करने के लिए शाहजहांपुर जिले के साथ-साथ आसपास के जिलों के श्रद्धालु भी यहां दर्शन करने के लिए आते हैं. पुजारी अनिल कुमार अग्निहोत्री बताते हैं कि इसके अलावा दूसरे प्रदेशों से भी यहां श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन करने पहुंचते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाओं को बजरंगबली पूरा करते हैं.

कई देवी देवताओं भी हैं विराजमानइस मंदिर के गर्भ ग्रह में राम दरबार, भगवान श्री कृष्ण, शनि देव महाराज और माता काली के अलावा अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित हैं, जिनकी श्रद्धालु पूजा करते हैं. मंदिर के पुजारी अनिल अग्निहोत्री बताते हैं कि दक्षिणमुखी हनुमान जी की इस पंचमुखी मूर्ति के दर्शन करने से मृत्यु भय और चिंताओं से छुटकारा मिलता है. जिसकी वजह से यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. मंदिर के संचालन के लिए संकट हरण पंच दक्षिण मुखी हनुमान गढ़ी ट्रस्ट नाम का ट्रस्ट बनाया गया है. इसी ट्रस्ट से मंदिर का रख रखाव किया जाता है. ट्रस्ट स्वामी संतोषानंद जी महाराज ने ही बनाया था.
.Tags: Local18, Shahjahanpur News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : September 26, 2023, 12:19 IST

[ad_2]

Source link