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मेरठ. ड्राइविंग लाइसेंस को विशेष बनाने के लिए जिस चिप का उपयोग किया जा रहा है, कहीं न कहीं वही चिप अब परेशानी का सबब बनती नजर आ रही है. पूरे उत्तर प्रदेश की बात करें तो चिप की सप्लाई में रुकावट देखने को मिल रही है और इसकी वजह से हजारों की संख्या में वाहन चालको के ड्राइविंग लाइसेंस यानी डीएल प्रिंटिंग प्रक्रिया में ही फंसे हुए हैं. वाहन चालकों को अनेक दिक्कतों का सामना तो करना ही पड़ रहा है, आरटीओ के कर्मचारियों को भी जवाब देना मुहाल होता जा रहा है.मेरठ में लगभग 11000 ऐसे दोपहिया व चार पहिया वाहन चालक हैं, जिनका डीएल प्रिंटिंग प्रक्रिया में फंसा हुआ है. News18local से बात करते हुए आरटीओ आरआई राहुल शर्मा ने बताया चिप के कारण लखनऊ से ही प्रिंटिंग में देरी हो रही थी. हालांकि अब धीरे-धीरे प्रिंटिंग शुरू हो पा रही है. जल्द ही वाहन चालकों को उनके डीएल मिल जाएंगे.
डीएल न होने के कारण देखा जाता है कि वाहन चालकों का चालान कर दिया जाता है. ऐसे में आरआई राहुल का कहना है कि जैसे ही डीएल बनने की प्रक्रिया पूरी होती है. संबंधित वाहन चालक को अप्रूवल नंबर दे दिया जाता है. इसे ऑनलाइन माध्यम से डाउनलोड भी किया जा सकता है. इतना ही नहीं, जो डीएल नंबर आपको दिया जाता है उसे आप किसी भी डीएल संबंधी किसी प्रक्रिया में इस्तेमाल कर चालान आदि से बच सकते हैं.आरआई ने कहा असल में डीएल अप्रूवल होने के बाद वाहन चालक इसके लिए वैध माना जाता है. हालांकि वाहन चालक संजय का कहना है कि चौराहे पर कोई भी ट्रैफिक पुलिस सिपाही रोक ले, तब वह अप्रूवल वाले मैसेज में विश्वास नहीं करता. उनसे डीएल की ही मांग करता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 16, 2023, 08:19 IST

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