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अभिषेक माथुर/हापुड़. गंगा आरती का यह नजारा हरिद्वार और वाराणसी का नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले की तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर में ब्रजघाट का है. यहां काशी और हरिद्वार की तर्ज पर गंगा आरती होती है. गंगा आरती में शामिल होने के लिए ब्रजघाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. यही वजह है कि आरती के समय का नजारा भक्तिमय होने के साथ-साथ मनमोहक भी होता है.

गंगा सभा आरती समिति के सचिव विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर भी पर्यटन के लिहाज से काफी विकसित हो रही है. यही वजह है कि यहां पर्यटक काफी दूर-दूर से आते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गढ़मुक्तेश्वर में न सिर्फ मंदिरों के दर्शन होते हैं, बल्कि यहां ब्रजघाट गंगा में स्नान का भी आनंद मिलता है. यहां आने वाले श्रद्धालु सुबह और शाम को गंगा सभा आरती समिति द्वारा की जाने वाली आरती में भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं.

काशी की तर्ज पर होती है गंगा आरतीविनय कुमार ने बताया कि यहां मां गंगा की आरती पुजारियों की टीम के द्वारा वाद्य यंत्रों पर की जाती है. घण्टे, घड़ियाल और अन्य यंत्रों की मधुर धुन पूरे ब्रजघाट पर गूंजती है. इतना ही नहीं आरती के दौरान दीपों से नजारा काफी भव्य होता है.दूर-दूराज के श्रद्धालु यहां मां गंगा की आरती में भाग लेते हैं. वहीं, रात के समय गंगनहर पर अलग-अलग रंग की एलईडी लाइट लगे होने से घाट का नजारा बहुत ही सुंदर नजर आता है, जो हर किसी के मन को मोह लेता है.

श्रद्धालुओं द्वारा बुकिंग कराई जाती हैगंगा सभा आरती समिति के संचालक पं. कपिल मिश्रा ने बताया कि यहां आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की काफी इच्छा रहती है. यही वजह है कि हर कोई दूसरा श्रद्धालु आरती के समय मुख्य यजमान बनना चाहता है. इसके लिए पहले से ही श्रद्धालुओं द्वारा बुकिंग कराई जाती है. यह बुकिंग अब इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि यहां मुख्य यजमान बनने के लिए अब श्रद्धालुओं को अलग-अलग दिन का समय दिया जाता है.
.Tags: Ganga, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 16:52 IST

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