[ad_1]

लखनऊः रंगों का त्योहार होली हो और उसमें ठंडाई की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है. होली पर सबसे ज्यादा अगर कोई चीज पी जाती है तो वह ठंडाई है. क्या हर ठंडाई में नशा होता है? क्या ठंडाई को पसंद करने वाले या पीने वाले लोग नशा ही करते हैं? तो चलिए आज आपको बताते हैं कि ठंडाई असल में क्या होती है. पंडित राजा की मशहूर ठंडाई शॉप जो कि चौक चौराहे पर है, यहां के प्रबंधक राज कुमार त्रिपाठी ने बताया कि ठंडाई नशीली बिल्कुल भी नहीं होती.ठंडाई से किसी को नशा कभी नहीं होता है. नशा होता है भांग से और भांग ठंडाई में मांगने पर ही मिलाई जाती है. अगर कोई ग्राहक कहता है कि उसे भांग वाली ठंडाई दी जाए तो ही मिलाई जाती है और वह भी कम मात्रा में मिलाकर दी जाती है. भांग वाली ठंडाई की डिमांड बेहद कम और खास मौकों पर ही की जाती है. खासतौर पर महाशिवरात्रि और होली पर भांग की ठंडाई की मांग बढ़ जाती है, जबकि आमतौर पर लोग सामान्य ठंडाई यानी बिना भांग वाली ठंडाई पीना पसंद करते हैं.सामान्य ठंडाई को दूध से तैयार किया जातावर्ष 1936 से लोगों को ठंडाई पिला रहे राज कुमार त्रिपाठी ने यह भी बताया कि सामान्य ठंडाई को दूध से तैयार किया जाता है. दूध में केसर, पिस्ता, बादाम, गुलकंद और काली मिर्च के साथ ही 14 अलग तरह के मसालों को डाला जाता है. इनमें बिल्कुल भी नशा नहीं होता है. महिलाएं और लड़कियां भी इस ठंडाई को खूब पसंद करती हैं. उन्होंने बताया कि होली के दिन उनकी दुकान खुली रहेगी और होली के दिन लोग यहीं पर आते हैं और पीते हैं. उन्होंने बताया कि भांग वाली ठंडाई पीने से भी बहुत ज्यादा नशा नहीं होता है.यह है खास ठंडाई की कीमतयहां छोटा गिलास ठंडाई की कीमत 60 रुपये है, जबकि बड़ा क्लास 70 रुपये का है. इसके अलावा, यहां पर लस्सी भी मिलती है जिसकी कीमत 60 रुपये है. मिल्क शेक गुलाब आपको कहीं नहीं मिलेगा. लेकिन, यहां पर यह 60 रुपये में मिलता है. जबकि, खस शरबत 30 रुपये और गुलाब शरबत 30 रुपये का मिलता है. दुकान सुबह आठ बजे से रात में दस बजे तक खुली रहती है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : March 06, 2023, 21:03 IST

[ad_2]

Source link