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त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है और इसके साथ ही घर-घर मिठाई व पकवानों की महक भी फैल गई है. ऐसे में वजन घटाने या डायबिटीज, दिल की बीमारी जैसे कई रोग से पीड़ित लोगों के लिए खानपान पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो जाता है. त्योहारों में मिठाइयों का सेवन सबसे ज्यादा होता है, जिससे डायबिटीज के मरीज अक्सर खुद को रोक नहीं पाते हैं. हालांकि, यह उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
ऐसे में अगर आपको भी फेस्टिव सीजन में शुगर या वजन बढ़ने का डर सता रहा है, तो ये लेख आपके लिए मददगार साबित होगा. डाइटिशियन लवनीत बत्रा ने इंस्टाग्राम पर कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप त्योहारों के दौरान भी अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं.भोजन के बाद वॉक करेंभोजन के बाद शरीर में इंसुलिन का उत्पादन बढ़ जाता है. यह इंसुलिन खून में मौजूद ग्लूकोज को एनर्जी के रूप में शरीर के विभिन्न हिस्सों में ले जाता है. लेकिन अगर हम भोजन के बाद तुरंत आराम करते हैं, तो ग्लूकोज का लेवल खून में बढ़ सकता है. खाने के बाद थोड़ी देर टहलने से शरीर में खून का फ्लो बढ़ता है और इंसुलिन बेहतर तरीके से काम करता है, इससे ग्लूकोज का स्तर कम होता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. शोध से पता चला है कि भोजन के बाद 10 मिनट टहलने से ब्लड शुगर के स्तर को 20% तक कम किया जा सकता है.
खाली पेट मिठाई न खाएंखाली पेट मिठाई खाने से शरीर में ग्लूकोज का स्तर तेजी से बढ़ जाता है, जिससे डायबिटीज, मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, खाली पेट मिठाई खाने से आप जल्दी ही फिर से भूख महसूस कर सकते हैं, जिससे आप अधिक खाने के लिए मजबूर हो सकते हैं.
भरपूर मात्रा में हरी सब्जी खाएंफाइबर और प्रोटीन युक्त सब्जियां खाने से शरीर में ग्लूकोज का अवशोषण धीमा हो जाता है. इससे खून में ग्लूकोज का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. इसके अलावा, फाइबर और प्रोटीन युक्त सब्जियां इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करती हैं. इंसुलिन एक हार्मोन है जो शरीर में ग्लूकोज को ऊर्जा के रूप में उपयोग करने में मदद करता है. इसलिए, डायबिटीज मरीजों को अपने भोजन में फाइबर और प्रोटीन युक्त सब्जियों को शामिल करना चाहिए.

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