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सर्वेश श्रीवास्तव/ अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या इन दिनों पूरे देश और दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में जब से विराजमान हुए हैं तब से पूरे विश्व की निगाहें धर्मनगरी अयोध्या पर टिकी हुई है. यही वजह है कि सूरीनाम, नेपाल के बाद गुरुवार को फिजी का एक डेलिगेशन धर्मनगरी अयोध्या पहुंचा. सभी मेहमानों का अयोध्या के वरिष्ठ अधिकारियों ने महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्वागत किया.

बता दें कि बिमान प्रसाद पहले विदेशी नेता हैं, जिन्होंने 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद रामलला का दर्शन किया. फिजी के उप प्रधानमंत्री विमान प्रसाद ने बताया कि फिजी में जो हमारे भारतीय मूल के नागरिक हैं जिनको ब्रिटिश काल में फिजी ले जाया गया था. उस समय भारतीय मूल के लोग अपने साथ में गीता और रामायण लेकर गए थे. उसका फिजी में इतना प्रचार प्रसार हुआ कि आज वह हम सब की पहचान बन गई है. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि भगवान राम से हम सबकी विशेष आस्था है. हमारे फिजी में भी मानस पाठ होता है, वहां भगवान राम से जुड़े तमाम कार्यक्रम भी होते रहते हैं. जब बात राम जन्मभूमि की होती है, अयोध्या की होती है तो फिजी के लोग काफी उत्साहित हो जाते हैं.

भारत और फिजी के संबंध होंगे मजबूतउप प्रधानमंत्री विमान प्रसाद ने बताया कि भारत का प्रचलित दीपावली हमारे फिजी में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. उसी के साथ-साथ दीपावली के दिन सरकारी अवकाश भी पूरे देश में रहता है. जितना उत्साह भगवान श्री राम के 14 वर्षों के वनवास से लौट के बाद रामनगरी अयोध्या में था. उसी तरह का माहौल हमारे फिजी में भी रहता है. उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है जो आज मैं अयोध्या आया हूं और रामलला का दर्शन करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हो रहा है. भगवान श्री राम का यह मंदिर भारत और फिजी के संबंधों को और मजबूत करेगा फिजी का भारत से बहुत पुराना संबंध है.

यूपी-बिहार से फिजी का खास नाताउप प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा संबंध उत्तर प्रदेश से बहुत खास है, उन्होंने कहा कि फिजी में जो भारतीय मूल के लोग गए थे. वह यूपी और बिहार से गए थे. इस वजह से हमारा उत्तर प्रदेश और अयोध्या से बहुत गहरा संबंध है. इस संबंध को हम और भी ज्यादा मजबूत करेंगे. उप प्रधानमंत्री ने कहा भगवान श्री राम के आदर्शों से पूरे विश्व को सीख लेने की आवश्यकता है. भगवान श्री राम के जीवन आदर्शो को अपने जीवन में धारण करने के बाद एक विशेष आनंद की अनुभूति होती है.
.Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 1, 1970, 05:30 IST

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